दावा किया 24 घंटे पानी देने का, 2 घंटे भी नहीं मिल रहा

दावा किया 24 घंटे पानी देने का, 2 घंटे भी नहीं मिल रहा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-19 12:02 GMT
दावा किया 24 घंटे पानी देने का, 2 घंटे भी नहीं मिल रहा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जलसंकट को लेकर राकांपा ने तीव्र प्रदर्शन किया। पेयजल नियोजन की मांग मनपा प्रशासन से की गई। विविध विषयों को लेकर अधिकारियों से राकांपा पदाधिकारियों ने सवाल किए। प्रदर्शन में विधान परिषद सदस्य प्रकाश गजभिये, राकांपा शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर, पूर्व विधायक दीनानाथ पडोले शामिल थे। बाद में अधिकारियों को निवेदन सौंपा गया। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी, श्वेता मुखर्जी, कार्यकारी अभियंता मनोज जोशी बैठक में थे।


यह कहा 

राकांपा की ओर से कहा गया कि, पानी का सही नियोजन नहीं हो पा रहा है। 2012 में पानी वितरण की जवाबदारी ओसीडब्ल्यू को दी गई, तब शहर में 24 बाय 7 जलापूर्ति योजना के तहत पानी मिलने के लिए 740 एमएलडी पानी की व्यवस्था की गई थी, लेकिन 24 घंटे तो क्या एक दो घंटे भी नल में पानी नहीं आ रहा है। 440 टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। टैंकर माफिया सक्रिय हैं। पूर्व, उत्तर व दक्षिण नागपुर में जलसंकट की स्थिति बनी है। पहले डाली गई मलवाहिनी व जलवाहिनी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है। लिहाजा कई स्थानों पर दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। जलसंवर्धन के लिए पेड़ संवर्धन का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। कुआंे की स्थिति खराब है। बैठक में पूर्व  नगरसेवक वेदप्रकाश आर्य, पूर्व  नगरसेवक राजू नागुलवार,   जानबा मस्के,  ज्वाला धोटे,  धनंजय देशमुख,   प्रकाश लिखाणकर,  विशाल खांडेकर, देवीदास घोडे, मिलिंद मानापुरे,चरणजीत सिंह चौधरी, काजी प्यारूद्दीन, अर्चना वावु, राजेश शर्मा, अरविंद ढेंगरे, रवि पराते, शैलेष पांडे, अविनाश शेरेकर, वाजिद शेख, नरेंद्र पुरी, जावेद बेग, स्वप्निल खापेकर, जतिन झाडे उपस्थित थे। 


नियोजन नहीं हुआ तो होगा आंदोलन

नागपुर | राकांपा के शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा है कि, जलसंकट को लेकर सही नियोजन नहीं किए जाने पर मनपा के विरोध में 8 दिन में तीव्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने जिले के सूखा क्षेत्रों में भी राहत की मांग की है। सूखा निवारण के लिए सरकार से निधि मांगने को कहा है। अहिरकर के अनुसार जल आपूर्ति की समुचित व्यवस्था नहीं होने के लिए मनपा प्रशासन जिम्मेदार है। मनपा की निष्क्रियता के कारण यह स्थिति बनी है। उमरेड, कुही, वाड़ी व हिंगणा क्षेत्र को भी सूखा क्षेत्र में शामिल करने को कहा है। पत्रकार वार्ता में विधान परिषद सदस्य प्रकाश गजभिये, पूर्व नगरसेवक राजू नागुलकर व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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