अफ्रीकन चीतों का भोजन बनेंगे पेंच टाइगर रिजर्व के चीतल
500 में से 57 चीतल भेजे गए, लगाया गया है बोमा, बारिश के कारण दिक्कतें अफ्रीकन चीतों का भोजन बनेंगे पेंच टाइगर रिजर्व के चीतल
डिजिटल डेस्क सिवनी। प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आ रहे अफ्रीकन चीतों के भोजन के लिए पेंच टाइगर रिजर्व से चीतल भेजे गए हैं। पहली शिफ्ट में 57 चीतल(15 नर,42 मादा) शिफ्ट हुए हैं। पेंच प्रबंधन को 500 चीतल भेजने का टारगेट दिया गया है। शेष 443 चीतल अलग-अलग शिफ्ट में भेजे जाएंगे। ज्ञात हो कि पेंच से अन्य क्षेत्रों में भी चीतल भेजे जा रहे हैं। हालांकि जहां-जहां चीतल भेजे जाने हैं उसका लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। पेंच में वर्तमान में 52 हजार से अधिक चीतल हैं। यही कारण में है कि अन्य वन क्षेत्रों में इन्हें शिफ्ट किया जा रहा है।
चीतों की है खास पसंद चीतल
पेंच के पशु चिकित्सक डॉ अखिलेश मिश्रा के अनुसार चीता भी बिल्ली प्रजाति में आता है। वह भी किसी भी शिकार को घेरकर मारता है। चीतों के मनपसंद भोजन में चीतल, हिरण, श्वान और अन्य वन्यजीव भी हैं। वह तेजी से शिकार को पकड़ता है। काफी अधिक दूरी तक वह दौड़ता है। ज्ञात हो कि चीता के अलावा तेंदुआ भी काफी फूर्तिला होता है। वहीं बाघ शिकार के मामले में काफी ताकतवर होता है।
अभी तक चीतलों की शिफ्टिंग
क्षेत्र लक्ष्य पूर्ति
सतपुड़ा 5000 1769
नौरादेही 1000 639
खंडवा 100 21
खिवनी 100 00
कूनो 500 57
कुल 6700 2486
लगाया गया है बोमा
पेंच में चीतलों को पकडऩे के लिए बोमा लगाया गया है। जिस जगह बोमा है वहां पर बारिश के कारण बड़े वाहन यानी ट्रक पहुंचने में दिक्कते होती हैं। चूंकि कई बार चीतलों का झूंड इधर-उधर हो जाता है। बारिश होने के कारण उन्हें पकडऩा भी मुश्किल होता है। अफ्रीकन चीतों को लाने की जिस तरह तैयारियां कूनों में की जा रही हैं वैसे ही उनके भोजन प्रबंधन के लिए चीतलों की मांग भी आसपास के टाइगर रिजर्व से हो रही है। पेंच से भी चीतल भेजने का जो लक्ष्य मिला है उसे पूरा करने का दबाव भी बना हुआ है।
इनका कहना है
कूनो नेशनल पार्क के लिए अभी 57 चीतल भेजे गए हैं। बोमा लगाया गया है। बारिश के कारण दिक्कतें हो रही है। जैसे-जैसे चीतल पकड़ में आएंगे उन्हें शिफ्ट किया जाएगा।
बीपी तिवारी, प्रभारी डिप्टी डायरेक्टर, पेंच टाइगर रिजर्व