चंद्रपुर के 9 डैम लबालब , इरई बांध के सभी दरवाजे खोले गए, बाढ़ हानि के तत्काल सर्वे करने के आदेश
चंद्रपुर के 9 डैम लबालब , इरई बांध के सभी दरवाजे खोले गए, बाढ़ हानि के तत्काल सर्वे करने के आदेश
डिजिटल डेस्क,नागपुर। लगातार बारिश के बाद जिले की 10 में से 9 डैम शत - प्रतिशत भर गये हैं। इस बीच शनिवार की शाम इरई बांध के सभी 7 दरवाजे खोले गए हैं। शनिवार को चंद्रपुर शहर में रिमझिम बारिश हुई। परंतु जिले के अन्य भागों में कमोबेश अच्छी बारिश होने की जानकारी मौसम विभाग ने दी है। इस बीच ब्रम्हपुरी, चिमूर व नागभीड तहसीलों के ग्रामीण भागों में बाढ़ के पानी का स्तर कम होकर स्थिति सामान्य हो रही है। पुलिस व प्रशासन ने मदद तथा राहत के लिए अपनी कोशिशें जारी रखी है। पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को ब्रम्हपुरी समेत अन्य स्थानों पर आयी बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे तत्काल कर पीड़ितों को जल्द मुआवजा तथा मदद देने के निर्देश दिये हैं।
शुक्रवार को राहत देने के बाद बारिश ने शनिवार को भी पीछा नहीं छोडा हालांकि हल्की व रिमझिम बारिश कुछ समय होकर रुक गयी। परंतु इसका सिलसिला रुक रुक कर चलता रहा। उधर जिले के अन्य स्थानों पर भी कमोबेश बारिश होती रही। लगातार बारिश से चिमूर, ब्रम्हपुरी, भद्रावती व नागभीड परिसर में फसलों से लेकर कच्चे मकानों तक की नुकसान की खबरें आ ही रही है। गुरुवार को ही 4 दिनों में जिले में अधिकांश स्थानों पर कमोबेश अतिवृष्टि की चेतावनी दी थी। मौसम विभाग ने 9 सितंबर को व्यापक पैमाने पर बारिश का अनुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने शनिवार को तहसील निहाय औसत बारिश की जानकारी देते हुए बताया है कि 24 घंटे में जिले में औसतन 47.89 मि,मी बारिश हुई। इसमें चंद्रपुर में 18 मि,मी, बल्लारपुर 13 मि,मी, गोंडपिपरी 23.10, पोंभुर्णा 8, मूल 18.10,सावली 30.20,वरोरा 24.30,भद्रावती 20.60 ,चिमूर 41.80 , ब्रम्हपुरी 134.50 , सिंदेवाही 21.60, नागभीड 104.10 , राजुरा 12.40, कोरपना 23.80 और जिवती में 15.70 मि,मी बारिश रिकार्ड की गयी।
चिमूर में घरों-दुकानों में जलभराव, मार्ग अवरुद्ध
लगातार हो रही बारिश से चिमूर के कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया है। चिमूर-वडाला मुख्य मार्ग से सटे गुरूकुंज कालोनी के मारोतराव कराले गुरूजी के घर से सटकर दुकान चॉल है। इस चॉल परिसर में ही जल जमाव होने से भारी असुविधा हो रही है। दुकान चॉल के सामने से बारिश का पानी सिधे सातनाला में जाता था। परंतु पानी के निकासी मार्ग पर मिट्टी डाले जाने से यह मार्ग बंद हुआ और जल भराव हुआ, इससे दुकाने बंद होकर व्यवसाय ठप हो गया है । इस संबंध में नगर परिषद से शिकायत की गयी है।