हमेशा की तरह लगेगा मवेशियों का बाजार, कृषि उपज मंडी प्रशासन की खुली नींद
अकोट हमेशा की तरह लगेगा मवेशियों का बाजार, कृषि उपज मंडी प्रशासन की खुली नींद
डिजिटल डेस्क, अकोट। स्थित मवेशी बाजार को अचानक बंद करने का निर्णय लिया गया था। अकोट कृषि उपज मंडी में लगाप्रशासन के इस निर्णय को किसानों ने मनमानी करार देते हुए इस निर्णय पर आपत्ति जताई थी। इस समस्या को लेकर दैनिक भास्कर ने भी खबर प्रकाशित कर रोशनी डाली थी। अंतत: बाजार समिति के मुख्य प्रशासक ने आने वाले रविवार 11 सितंबर से मवेशियों का बाजार पूर्ववत लगेगा, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है। अकोट शहर में स्थित मवेशी बाजार को बंद करने निर्णय अकोट कृषि उपज मंडी प्रशासन ने लिया था। आठ दीन पूर्व बाजार समिति के सचिव ने मवेशी बाजार को अगली सूचना मिलने तक अनिश्चित काल के बारे में मीड़िया के माध्यम से घोषित किया था। जिसके कारण मवेशियों की खरेदी – बिक्री पर रोक लग गई है। गाय, भैस, बकरी, बैल जैसे मवेशियों की बिक्री और खरीददारी करना बंद हो गया था। जिससे किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या से किसान परेशान थे।
दैनिक भास्कर ने इस बारे में खबर प्रकाशित करते ही बाजार समिति की आंखे खुल गई। अचानक बाजार पूर्ववत शुरू करने की हलचलें तेज हो गई। अंतत: 11 सितंबर से बाजार शुरू करने का निर्णय प्रशासक ने ले लिया। लेकिन इस के लिए शर्थो के आधार पर ही शुरू किया जा रहा है,ऐसी जानकारी सूत्रों ने। हर हप्ते रविवार के दिन कृषी उपज मंडी के प्रांगण में लगने वाले मवेशी बाजार को प्रतिबंद किया गया था। जिससे मवेशियों के खरीदारी की समस्या आ गई थी। किंतू किसानों को किसी भी हालात में मवेशियों की बिक्री और खरीददारी करनी ही पड़ती है। लिहाजा पशुपालक किसान पज मंडी के बाहर प्रमुख रास्ते पर मवेशियों की खरीद और बिक्री कर रहे थे। जिससे इस मार्ग की यातायात प्रभावित हो रही थी। अंतत: बाजार समिति के मुख्य प्रशासक गजानन पुंडकर, सचिव सुधाकर दालू, प्रशासक मंडल, परवानाधारक व्यवसायी, किसानों की एक बैठक मंगलवार को हुई। इस बैठक में कुछ नियम और शर्थो के आधार पर 11 सितंबर से मवेशियों का बाजार लगाने का निर्णय लिया गया।