उत्तरप्रदेश से नागपुर में आकर करते थे सेंधमारी, अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ाया
उत्तरप्रदेश से नागपुर में आकर करते थे सेंधमारी, अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ाया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी में सेंधमारी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने धरदबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के नाम जगदीशकुमार नारदप्रसाद पांडे (21), प्रदीपकुमार उर्फ रोहित नारदप्रसाद पांडे (18), पोस्ट मलवा, तहसील बिंदकी, जिला फतेपुर, उत्तरप्रदेश और वशिष्ठप्रसाद उर्फ कुलदीप अशोकमणि त्रिपाठी उर्फ तिवारी (30), गोविंदपुर, तहसील खागा, जिला फतेपुर उत्तरप्रदेश निवासी है। तीनों आरोपियों से दो देसी कट्टे, 5 जिंदा कारतूस, साढ़े तीन किलो चांदी व साेने के गहने सहित करीब 6 लाख 80 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है। गुप्त सूचना के आधार इस अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश नागपुर की अपराध शाखा पुलिस की यूनि- 4 ने किया। इस मामले में खास बात यह है कि, यूनिट के अधिकारी-कर्मचारियों ने उत्तरप्रदेश पुलिस को आरोपियों की धरपकड़ करने के बाद सूचना दी। यूनिट को डर था कि, जरा सी भनक लगने पर आरोपी उनके हाथ नहीं लग सकेंगे।
उत्तरप्रदेश में 6 दिन डेरा डाले रही नागपुर पुलिस
उत्तरप्रदेश में 6 दिन तक यूनिट के अधिकारी-कर्मचारियों ने डेरा डाल रखा था, तब कहीं आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। गिरोह का सरगना अभिजीत पांडे को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। वह उत्तरप्रदेश की उन्नाव जेल में बंद है। अभिजीत पांडे को जल्द ही अपराध शाखा पुलिस प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर नागपुर लाएगी। उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लाए आरोपी जगदीशकुमार पांडे, उसके भाई प्रदीपकुमार उर्फ रोहित पांडे और उनका साथी कुलदीप त्रिपाठी उर्फ तिवारी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय ने तीनों को 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। इन आरोपियों में प्रदीपकुमार पांडे और जगदीशकुमार पांडे सगे भाई हैं। यह गिरोह के सरगना अभिजीत पांडे के सगे साले हैं।
ऐसे दबोचा आरोपियों को
आरोपी जगदीशकुमार पांडे को किसान नगर, भिसार, रायपुर, कानपुर नगर, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया गया। आरोपी वशिष्ठप्रसाद उर्फ कुलदीप त्रिपाठी उर्फ तिवारी और प्रदीपकुमार उर्फ रोहित पांडे को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी जगदीशकुमार पांडे अपने घर से करीब 200 किमी दूर कानपुर क्षेत्र में रहता था। इन सभी आरोपियों को पुलिस ने बड़ी होशियारी और सतर्कता के साथ गिरफ्तार किया।
5 मामले उजागर
सूत्रों ने बताया कि, गिरफ्तार तीनों आरोपियों से सेंधमारी के 3 और मोबाइल चोरी के 2 मामले उजागर हुएकिया है। इन आरोपियों से चोरी के कुछ और मामले उजागर होने की पुलिस को उम्मीद है। उक्त कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डा. नीलेश भरणे, उपायुक्त गजानन राजमाने के मार्गदर्शन में की गई। यूनिट-4 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक मेश्राम, सहायक पुलिस निरीक्षक दिलीप चंदन, किरण चौगले, उप-निरीक्षक पुरुषोत्तम मोहेकर, हवलदार कृपाशंकर शुक्ला, अजय रोडे, देवेंद्र चव्हाण, सुधाकर धंदर, अजय बघेले, नायब सिपाही बबन राऊत, प्रशांत कोडापे व अन्य ने कार्रवाई में सहयोग किया।
सरगना 10 साल से नागपुर में खरबी निवासी
अभिजीत पांडे नागपुर में करीब 10 साल से अपने माता-पिता, पत्नी और एक बेटी के साथ खरबी क्षेत्र में रहता है। अभिजीत पांडे जब भी चोरी की घटना को अंजाम देता था, तब हर बार नए लोगों के साथ चोरी करता था। वह नागपुर में चोरी करने के बाद अपने गिरोह के साथ उत्तरप्रदेश भाग जाता था और उत्तरप्रदेश में चोरी करने के बाद गिरोह के साथ नागपुर भागकर आ जाता था। अभिजीत पांडे अपने गिरोह के साथ संतरानगरी में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। यह गिरोह हुड़केश्वर क्षेत्र के शारदा नगर चक्रपाणी नगर निवासी दिलीप बांगरे की श्रीगुरु माउली नामक ज्वेलर्स के शटर का ताला तोड़कर दुकान से सोने-चांदी के गहने व नकदी 50,000 रुपए सहित करीब 4 लाख 43 हजार रुपए का माल चुराकर फरार हो गया था।
यूनिट-4 को 25 हजार का रिवॉर्ड
इस गिरोह का सदस्य रोहित पांडे अपने जीजा अभिजीत पांडे के साथ नंदनवन खरबी क्षेत्र में एक मोबाइल शॉपी से 40 महंगे मोबाइल चुराकर उत्तरप्रदेश भाग गया था। इस मामले में इन दोनों आरोपियों को नंदनवन पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपी अभिजीत सोमनाथ पांडे उसके साले जगदीशकुमार पांडे और रोहित पांडे आपराधिक छवि वाले हैं। इनके खिलाफ उत्तरप्रदेश में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपियों की धरपकड़ के बाद न्यायालयीन कार्यप्रणाली में उत्तरप्रदेश पुलिस ने भी सहयोग किया। इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लाने वाली यूनिट 4 के अधिकारी- कर्मचारियाें को अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त गजानन राजमाने ने 25 हजार रुपए का रिवॉर्ड देने की घोषणा की है। इन आरोपियों को उत्तरप्रदेश के अलग-अलग स्थानों से नागपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके लिए पुलिस दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी।