अस्पताल में ब्लड के दलाल सक्रिय, जरुरतमंदों से एक यूनिट के दो हजार रुपए तक वसूल रहे
गायनिक वार्ड के बाहर दलालों का लग रहा जमावड़ा अस्पताल में ब्लड के दलाल सक्रिय, जरुरतमंदों से एक यूनिट के दो हजार रुपए तक वसूल रहे
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में ब्लड के अवैध कारोबार में लिप्त दलालों का गिरोह काम कर रहा है। यह दलाल जरुरतमंदों से ब्लड के एवज में एक से दो हजार रुपए तक वसूल रहे हैं। इन बदमाशों ने गायनिक वार्ड को टारगेट किया हुआ है। सीजर, एनीमिक और गंभीर अवस्था में आने वाली गर्भवती महिलाओं को ब्लड की जरुरत होती है। इन गर्भवती महिलाओं के परिजनों को अपनी बातों में फंसाकर गिरोह के सदस्य ब्लड के एवज में मनमानी वसूली करते हैं।
बताया जा रहा है कि गायनिक वार्ड के बाहर छह से आठ दलाल हमेशा सक्रिय रहते हैं। इनके टारगेट में गांव से आने वाले लोग होते है। ग्रामीणों को झांसा देकर एक यूनिट के एवज में एक से दो हजार रुपए वसूले जाते है। ब्लड के एवज में अवैध वसूली के कई मामले सामने आ चुके है। इसके बाद भी प्रबंधन ने अस्पताल में ब्लड का अवैध कारोबार कर रहे बदमाशों के खिलाफ कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की।
मजबूरी का उठा रहे फायदा-
इस गिरोह के सदस्य ग्रामीण अंचलों से आने वाले मरीज के परिजनों की तलाश में रहते है। ग्रामीण आसानी से ब्लड की व्यवस्था नहीं कर पाते। इन स्थितियों का फायदा उठाकर गिरोह के सदस्यों द्वारा ब्लड बेचा जाता है। वहीं कुछ प्रकरणों में देखा गया है कि ब्लड देने से कई ग्रामीण डरते है। जिसका फायदा उठाकर बदमाश हजारों रुपए वसूल लेते है।
एम्बुलेंस फ्री, फिर भी घर छोडऩे का किराया दे रहे-
अस्पताल से छुट्टी के बाद प्रसूताओं को एम्बुलेंस की मदद से नि:शुल्क घर तक छोड़ा जाता है। गायनिक वार्ड के आसपास सक्रिय एक अन्य गिरोह के सदस्य सरकारी एम्बुलेंस की व्यवस्था न होने का हवाला देकर पेशेंट के परिजनों को बरगलाकर निजी एम्बुलेंस या ऑटो से जाने मजबूर कर देते है। इसके एवज में इस गिरोह के सदस्यों को निजी एम्बुलेंस या ऑटो चालकों से कमीशन मिलता है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
अस्पताल में सक्रिय गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसी गर्भवती महिलाएं जिनके शरीर में ब्लड कम है उन्हें नि:शुल्क ब्लड दिया जाता है। मरीज के परिजन एक्सचेंज कर ब्लड बैंक से ब्लड ले सकते है।
- डॉ.शिखर सुराना, सीएस, जिला अस्पताल