बिलासपुर : शिशु संरक्षण माह 14 जुलाई से, गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 21 जुलाई तक
बिलासपुर : शिशु संरक्षण माह 14 जुलाई से, गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 21 जुलाई तक
डिजिटल डेस्क बिलासपुर | बिलासपुर 8 जुलाई 2020 जिले में शिशु संरक्षण माह 14 जुलाई से 14 अगस्त तक मनाया जाएगा। कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए विभिन्न गतिविधियां इस दौरान आयोजित की जाएगी। शिशु संरक्षण माह के दौरान मंगलवार 14 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त और 11 अगस्त तथा शुक्रवार 17 जुलाई, 24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त और 14 अगस्त को प्रातः 9 बजे से शाम 4 बजे तक विभिन्न अस्पतालों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में गतिविधियां आयोजित की जाएगी। जिसमें विटामिन ए का घोल पिलाया जाएगा नियमित टीकाकरण किये जायेगें, आयरन सिरप का वितरण किया जाएगा, ए.एन.सी चेकअप किया जाएगा, बच्चों के वजन लिये जायेगें और अति गंभीर बच्चों की पहचान कर उन्हें नजदीक के एन.आर.सी में इलाज कराने के लिए अभिभावकों को सुझाव दिया जाएगा और बच्चों को वहां भेजा जाएगा। गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 21 जुलाई तक जिले में 21 जुलाई तक गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसमें ग्राम मोहल्ला और वार्ड स्तर पर जिलों से 5 वर्ष के शिशुओं की सूची तैयार की जाएगी। कुपोषित बच्चों की पहचान, डायरिया के साथ अन्य बिमारियों की पहचान, एवं निदान एवं उपचार तथा गंभीर निर्जलीयकरण के लक्षण होने पर शीघ्र उपचार ओ.आर.एस के पैकेट वितरण करना और घोल बनाने तथा उसके उपयोग करने हेतू शिक्षित करना, शिशु पोषण एवं आहार-व्यवहार पर गर्भवती एवं शिशुवती माताओं की काउंसलिंग, ओ.आर.एस के साथ जिंक की गोली उपयोग हेतु प्रोत्साहन आदि गतिविधियां संचालित की जाएगी। पखवाड़े के दौरान पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ सेवा प्रदाताओं का प्रशिक्षण, स्कूलों में हाथ धोने की विधि का प्रशिक्षण और जलजनित बिमारी पर चर्चा, वाद विवाद एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएगी। जिसकी मानिटरिंग के लिए जिला एवं विकासखंड स्तर पर दल गठित किये जाएगें। अभिभावकों से आग्रह किया गया है कि वे 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण, रंतौधी, रक्त अल्पता तथा अन्य बिमारी से बचाने के लिए अपने बच्चों को नजदीक के शासकीय अस्पताल पर ले जाकर टीकाकरण, विटामिन ए, आयरन सिरप अवश्य पिलाएं। क्रमांक 444/अग्रवाल