बल्लारशाह हादसे के बाद जागा प्रशासन- रेलवे पुलों में पाई गईं छिटपुट खामियां
सीख बल्लारशाह हादसे के बाद जागा प्रशासन- रेलवे पुलों में पाई गईं छिटपुट खामियां
डिजिटल डेस्क, वर्धा, नरेशकुमार मानेश्वर| चंद्रपुर के बल्लारशाह रेलवे स्टेशन पर बने फुट ओवरब्रिज का एक हिस्सा रविवार 27 नवंबर की शाम ढह जाने से एक महिला की मौत हो गई थी तथा 19 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे को देखते हुए वर्धा रेलवे ने अपने अंतर्गत वर्धा, धामणगांव, पुलगांव और चांदुर रेलवे स्टेशन ब्रिज का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान कुछ खामियां पाई गईं। निरीक्षण के दौरान किसी पुल का वेल्डिंग कार्य, नट बोल्ड ढीला होना आदि खामियां दिखाई दीं। हालांकि रेलवे विभाग अभी पुलों का बारीकी से निरीक्षण कर रहा है। इस कारण और भी खामियां पाए जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। वर्धा रेलवे के इंजीनियर के अनुसार रेलवे पुलों का ऑडिट नागपुर रेलवे के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। इस कारण इसकी संपूर्ण जानकारी वर्धा रेलवे विभाग को नहीं है। हालांकि वर्धा रेलवे कार्यालय के अनुसार इनकी शीघ्र ही मरम्मत की जाएगी। बता दें कि, वर्धा, पुलगांव, धामणगांव और चांदुर रेलवे स्टेशन के पुल का निर्माण करीब 50 साल पहले किया गया है। हर साल इसकी देखभाल का काम वर्धा के सीनियर सेक्शन इंजीनियर्स किया करते हैं। पुल में कोई खामी आने पर उसकी मरम्मत की जाती है। वर्धा रेलवे स्टेशन में पहले केवल 2 ही प्लेटफार्म थे। इस कारण एक साइड से पुल का निर्माण किया था। लेकिन 3-4 प्लेटफार्म बनने के कारण यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी तो दूसरी ओर टिकट घर बनाया गया। इस कारण पुराने पुल को बढ़ाकर दूसरे टिकट घर तक किया गया। इसी के साथ वर्धा में यात्रियों की भीड़ बढ़ने से प्रशासन ने कुछ महीने पहले एक और पुल का निर्माण किया था। इसके अलावा पुलगांव, धामणगांव और चांदुर रेलवे स्टेशन पर एक-एक पुल हैं जो करीब 50 साल पुराने हैं। इनके निरीक्षण में भी खामियां पाई जा सकती है।
छोटी-मोटी मरम्मत की जरूरत
अरुण भोले, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, कार्यालय के मुताबिक वर्धा, पुलगांव, धामणगांव और चांदुर रेलवे स्टेशन वर्धा रेलवे अंतर्गत आते हैं। इन सभी रेलवे स्टेशन के पुलों का निरीक्षण साल में एक बार किया जाता है। वहीं नागपुर रेलवे इंजीनियर ऑडिट करते हैं। चंद्रपुर के बल्लारशाह में हुए हादसे को देखते हुए वर्धा रेलवे अंतर्गत सभी पुलों का निरीक्षण किया गया। इसमें छोटे-मोटे मरम्मत के काम की जरूरत है। बाकी कोई बड़ी समस्या नहीं है।
रिपोर्ट आना बाकी
ब्रजेश चांदिल, सह.मंडल इंजीनियर, रेलवे स्टेशन के मुताबिक पिछले तीन दिनों से निरीक्षण किया जा रहा है। इस साल बारिश लंबी खिंच जाने के कारण निरीक्षण में देरी हुई है। दिसंबर तक रेलवे स्टेशन निरीक्षण का कार्य पूरा होता है। इस कारण निरीक्षण किया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है।