कलेक्ट्रेट पहुंचकर बैंक प्रबंधन पर लगाया आरोप

कर्ज लिए बिना ही कर्जदार बन गए किसान कलेक्ट्रेट पहुंचकर बैंक प्रबंधन पर लगाया आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-17 08:13 GMT
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डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की परासिया शाखा से जुड़ी समितियों के दर्जनों किसान कर्ज लिए बिना ही कर्जदार बन गए हैं। अपनी जमीन बंधक होने की जानकारी मिलते ही परेशान किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। पीडि़तों ने मामले की जांच कर जमीन पर फर्जी ढंग से चढ़े कर्ज को हटाने की मांग की है।
जानकारी अनुसार परासिया के चरईकला निवासी गुड्डू कुमार यदुवंशी ने बताया कि वह भारतीय सेना का जवान है। चरई कला और इकलहरा में उसकी कृषि भूमि है।

उक्त जमीने 17 सदस्यों के नाम पर है। राजस्व रिकार्ड में इकलहरा स्थित जमीन पर 3 लाख रुपए कर्ज और चरई कला स्थित जमीन पर 2 लाख 58 हजार रुपए का कर्ज दर्ज हुआ है। ऐसे ही परासिया, चांदामेटा, लीखावाड़ी और पगारा के दर्जनों किसानों की जमीन पर कर्ज की राशि चढऩे का मामला सामने आया है। पीडि़तों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

फैक्ट फाइल
सहकारी बैंक परासिया
- 13 समितियां जुड़ी
- 5 हजार से ज्यादा किसान सदस्य
- वर्ष 20-21 में 40 करोड़ के कर्ज का वितरण
- वर्ष 21-22 में 38 करोड़ के कर्ज का वितरण
पीडि़तों का आरोप, लाखों का कर्जदार बनाया
1-    पीडि़त हेमराज यदुवंशी  
2-    गांव- लीखावाड़ी
जमीन- 10 एकड़
आरोप- कर्ज नहीं लिया, लेकिन रिकार्ड में 3 लाख का कर्ज चढ़ाया गया है।
2- पीडि़त धनराज यदुवंशी
गांव- लीखावाड़ी
जमीन- 10 एकड़
आरोप- 1 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज जबरन चढ़ाया गया है।
3- पीडि़त देवेंद्र यदुवंशी
गांव- पगारा
जमीन- 10 एकड़
आरोप- 2 लाख 44 हजार रुपए का कर्जदार बना दिया गया है।
4- पीडि़त परेश यदुवंशी
गांव- लीखावाड़ी
जमीन- पौने तीन एकड़
आरोप- 1 लाख का लोन लिया था, रिकार्ड में ढाई लाख का कर्ज चढ़ा दिया।
5- पीडि़त दिनेश यदुवंशी
गांव-
जमीन- ढाई एकड़
आरोप- एक लाख रुपए का लोन लिया था, रिकार्ड में 2 लाख रुपए का दर्शा रहा है।

ऐसे हुई गड़बड़ी

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने चांद और परासिया के दो किसानों की शिकायत की जांच में पाया है कि एक जैसे नामों की वजह से ऑपरेटर की गलती के कारण गलती से किसानों की जमीन पर कर्ज की राशि चढ़ाई गई है। चांदामेटा की पार्वती बाई दीपचंद ने कर्ज लिया था, लेकिन ऑपरेटर की गलती से लीखावाड़ी की पार्वती बाई दिमागचंद की जमीन पर बंधक चढ़ गया था। रिकार्ड दुरुस्त किया गया है। इसके अलावा जिले की सभी शाखाओं व समिति प्रबंधकों को रिकार्ड की जांच कर गड़बड़ी को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

चांदामेटा और परासिया के दो किसानों ने करीब एक सप्ताह पहले इसी तरह की शिकायत की थी। जांच में सामने आया है कि एक जैसे नामों की वजह से ऑपरेटर ने गलत रिकार्ड दर्ज किया था। जिसे सुधार दिया गया है। जिले के सभी शाखा व समिति प्रबंधकों को रिकार्ड की जांच कर त्रुटियां होने पर सुधार के निर्देश दिए गए हैं। केके सोनी, जीएम जिला सहकारी बैंक

पीडि़तों की शिकायत का होगा निराकरण

मेरे पास परासिया बैंक शाखा से जुड़ी आठ समितियां हैं। इनमें से चांदामेटा की एक पीडि़ता किसान की शिकायत की जांच में सामने आया है कि एक जैसे नाम होने की वजह से कम्प्यूटर ऑपरेटर ने भूलवश भू-अभिलेख पोर्टल में कर्ज की राशि दर्ज कर दी थी। जिसे सुधार दिया गया है। अन्य शिकायतें मिलने पर उनका निराकरण किया जाएगा।
आर के काम्बले, प्रशासक सहकारी समितियां (सहकारी निरीक्षक)
 

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