आक्रोश ने कहा - बाल लैंगिक अत्याचार के विरोध में जन
वर्धा आक्रोश ने कहा - बाल लैंगिक अत्याचार के विरोध में जन
डिजिटल डेस्क, वर्धा. रविवार को सुबह 11 बजे आर्वी नाका परिसर से बाल लैंगिक के विरोध में जन-आक्रोश मोर्चा निकाला गया। जिसमें विविध सामाजिक संगठन सहभागी हुए। मोर्चा आर्वी नाका से छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, बजाज चौक, झांसी रानी चौक से गुजरते हुए डॉक्टर बाबासाहब प्रतिमा के पास समाप्त हुआ। जिसमें बालिका पर किए गए अत्याचार के चलते आरोपी को फांसी देने की मांग की गई।
बता दें कि, दो दिन पहले वर्धा जिले के सावंगी पुलिस थाना अंतर्गत एक दस साल की बालिका पर हुए अत्याचार के विरोध में वर्धा के विविध सामाजिक संगठन एक साथ आए। वर्धा शहर के नागरिक एकत्रित आकर घटना के विरोध में आंदोलन का सहारा लिया है। पुलिस के द्वारा कानून व सुव्यवस्था अबाधित रखने के लिए प्रयत्न करना चाहिए। इसके अतिरिक्त समाज में घटने वाली घटनाओं को देखते हुए उस पर नियंत्रण रखने के चलते सूर्यआक्रोश मोर्चा निकाला गया। इस विषय को गंभीरता से ध्यान देते हुए वर्धा शहर के थानेदार सत्यवीर बंडीवार, रामनगर पुलिस थाना के थानेदार हेमंत चांदेवार और सावंगी पुलिस थाना के थानेदार धनाजी जलक के द्वारा इसकी योग्य जांच पड़ताल करने की मांग की। इस दौरान जिला पुलिस प्रशासन के द्वारा सख्त बंदोबस्त लगाते हुए सैकड़ों पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स तैनात थी।
जनआक्रोश मोर्चा के अंतर्गत आरोपी को फांसी देने की मांग करते हुए व पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से पुलिस अधीक्षक को निवेदन देते हुए महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व महाराष्ट्र राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सहानुभूति राशि देने की मांग की गई। इसके साथ ही परिवार को समाज कंटक की ओर से नुकसान न पहुंचे इसलिए सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। मोर्चे में हजारों की संख्या में मातृशक्ति गणमान्य नागरिक, युवक क्रीड़ा खिलाड़ी, शिक्षक वर्ग, विद्यार्थी के साथ ही विविध राजनीतिक पार्टी के नेता व सभी सामाजिक संगठन उपस्थित हुए।
आक्रोश मोर्चा में समाज सेवक तुषार देवडे, निहाल पांडे, शंकर शेंडे, रोशन पटेल, सतीश वैद्य, प्रमोद मुरारका, अनूप जैस्वाल, किशोर खैरकार, सुनील गफाट, अर्चना वानखेडे, वंदना भूते, श्रेया देशमुख, सुबोध मोहिते, अभ्युदय मेघे, अटल पांडे, संजय बडगिलवार, राजू राजुरकर, संजय अष्टनकर, बालू कावडे, प्रमोद भोमले, मंगेश शेंडे, महेश शास्त्री, शीलत डोंगरे, शरद भगत, मनोज मुरारका, सतीश देवडे, अशांक कावडे, विजू जॉनी, वीरू पांडे, वरुण पाठक, दीपक चुटे, आनंद अवतले, सोनू ठाकुर, सुरेश ठाकरे, निलेश किटे, संदीप किटे, कैलाश राखडे, नौशाद शेख, नावेद भाई और डब्बू शर्मा के द्वारा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के चलते पवित्र इच्छा से फिर से वर्धा जिला व राज्य में ऐसी कलंकित घटना कभी न घटे इसलिए सामाजिक संगठन के द्वारा आंदोलन कर उसे सफल बनाया गया। शहर पुलिस थाना के पुलिस निरीक्षक सत्यवीर बंडीवार को मांग का निवेदन देते हुए आंदोलन का समापन किया गया।