प्रदेश के 78 लाख किसानों को मिल रहा है किसान कल्याण योजना का लाभ -

प्रदेश के 78 लाख किसानों को मिल रहा है किसान कल्याण योजना का लाभ -

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-07 09:47 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदेश के 78 लाख 51 हजार 424 किसानों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें योजना का लाभ दिया जायेगा। इनमें से 12 लाख 45 हजार 278 हितग्राहियों को प्रथम किश्त की राशि का भुगतान कर दिया गया है तथा शेष को लाभ दिए जाने की प्रक्रिया जारी है। योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष केन्द्र सरकार द्वारा दिए जाने वाली 6 हजार रूपये की राशि के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा 4 हजार की राशि दी जाती है। इस प्रकार किसान को कुल 10 हजार रूपये मिलते हैं। यह छोटे किसानों के लिए बड़ी राहत है। मुख्यमंत्री मंत्रालय में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि योजना का लाभ लेने से कोई पात्र किसान वंचित न रहे। योजना का लाभ ऐसे किसानों को दिया जा रहा है जो खेती कर रहे हैं तथा इंकम टैक्स प्रदाता नहीं है। यदि ऐसा कोई किसान रह गया हो तो उसका नाम तुरंत जोड़ा जाए। स्थानीय स्तर पर निर्मित वस्तुओं के विक्रय को बढ़ावा देने के लिए सरकार करेगी ब्रांडिंग - मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में स्थानीय स्तर पर निर्मित वस्तुओं की विक्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार उनकी ब्राांडिंग में सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए लोकल फॉर वोकल की बात कही है। मध्यप्रदेश सरकार भी लोकल फॉर वोकल के प्रति कृत-संकल्पित है। उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन सरकार की प्राथमिकता में है स्वसहायता समूहों की आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी तो इससे महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान को आजीविका मिशन की दीदियों ने पंचगव्य से निर्मित भगवान श्रीगणेश की मूर्ति भेंट की। दीदियों ने बताया कि गिफ्ट पैक में दीपावली के त्यौहार के लिए 26 प्रकार की उपयोगी वस्तुएं पैक की गई हैं, इनमें दीपक, कंडे, गमला (तुलसी विवाह), धूपबत्ती, लक्ष्मी झाडू, पूजा हेतु नारियल, पूजा सुपारी, जनेऊ, पंचमेवा, लाल कपड़ा, इत्र, हवन सामग्री, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, रूई बत्ती, रंगोली कलर, लक्ष्मी मूर्ति, मूर्ति आसन, पूजा हेतु दीपक, घी, शुभ दीपावली, शुभ-लाभ, लक्ष्मी चरण पादुका, पंचगव्य गोबर से बने सिक्के (ओम श्री-स्वास्तिक) शामिल हैं।

Similar News