बंधा व धिरौली कोल ब्लॉक के लिए 5 कॉरपोरेट्स ने पेश की दावेदारी
बंधा व धिरौली कोल ब्लॉक के लिए 5 कॉरपोरेट्स ने पेश की दावेदारी
बंधा के लिए तीन और धिरौली के लिए दो पार्टियां लगाएंगी बोली
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (मोरवा)। जिले में दो नये कोल ब्लॉकों के लिए सोमवार की देर शाम पांच प्राइवेट प्लेयर्स ने अपनी दावेदारी पेश कर दी है। प्रथम चरण में बंधा कोल ब्लॉक के लिए तीन और धिरौली के लिए दो पार्टियां क्वालिफाइड रहीं। गौरतलब है कि एक बार फिर 2 नवम्बर को कॉमर्शियल माइनिंग के तहत कोल ब्लाकों की ई-ऑक्शन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले 41 कोल ब्लॉक के लिए ई-नीलामी की जानी थी, जिसके बाद यह संख्या घट कर 38 रह गयी थी। इसके बावजूद कुल कोल ब्लॉकों में से महज 19 के लिए बोली लगायी जा रही है, जिसके लिए 9 नवम्बर तक प्रक्रिया पूरी की जानी है। कोल मंत्रालय द्वारा कई कोल ब्लॉक तकनीकी परीक्षण में होने के कारण उनकी बोली निरस्त कर दी है। सिंगरौली जिले के ई-आक्शन में चिन्हित बंधा और धिरौली के लिए बोलीकर्ता मिल गये हैं। इनमें बंधा के लिए अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड, अरबिंदो रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और ईएमआईएल माइन्स एंड मिनरल्स रिसोर्सेस लिमिटेड शामिल हैं। जिले के दूसरे कोल ब्लॉक धिरौली के लिए पहले से ही जिले में कार्यरत हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड और जिंदल पावर लिमिटेड मैदान में हैं। हालांकि कई अन्य कोल ब्लॉकों के लिए भी हिंडाल्को ने अपनी दावेदारी पेश की है जो छत्तीसगढ़ के गरे पालमा में है। इसी प्रकार जिले के कोल ब्लॉकों में अपना दांव लगा रही कम्पनियां अन्य कोल ब्लॉकों की नीलामी में भी दावेदार हैं।
5वीं बार शुरू हो रही नीलामी प्रक्रिया
कॉमर्शियल माइनिंग के तहत पांचवीं बार शुरू हो रही नीलामी प्रक्रिया में पहले दिन जम्मू कश्मीर में स्थित कोल ब्लॉक चकला, महाराष्ट्र के मार्की मंगली, उड़ीसा की राधिकापुर, तकली जेना बेलोरा उत्तरी व दक्षिणी तथा एमपी की उरतन सहित 5 कोल ब्लॉकों की बोलियां लगायी गयी हैं। इन कोल ब्लॉकों की नीलामी का क्रम 9 नवम्बर तक चलेगा और दो दिन बाद 11 नवम्बर को अंतिम बोलीकर्ता के लिए प्राधिकारी द्वारा केन्द्र सरकार की अनुशंसा उपरांत फाइनल सूची तैयार की जा जायेगी।
जिले में बढ़ेंगे निजी कोल ब्लॉक
जिले पहले से ही तीन कोल ब्लॉक निजी कम्पनियों के पास हैं। जिनके लिए निजी बिजली निर्माता कोयला खनन कर रहे हैं। हिंडाल्को अभी तक कोयले के लिए एनसीएल पर आश्रित है जिसे अपने रेनूसागर और बरगवां स्थित पावर प्लांट के लिए कोयला चाहिए। इसके अलावा रिलायंस और जेपी अपनी कोयला खदानों से पूर्ववत कोयला खनन कार्य में लगे हुए हैं।
इन कोल ब्लॉकों की होगी ई-नीलामी
व्यावसायिक खनन के लिए चिन्हित किये गये मध्यप्रदेश के बंधा, धिरौली, साहपुर पूर्व, साहपुर पश्चिम, गोती तोरिया पूर्व और गोती तोरिया पश्चिम, उरतन और उरतन उत्तरी कोल ब्लाक, छत्तीसगढ़ के गरेपालमा-1 और गरे पालमा -7, महाराष्ट्र की मार्की मंगला, तकली-जेना-बेलोरा उत्तरी और तकली-जेना- बेलोरा दक्षिणी, जम्मू कश्मीर की ब्रह्मदीहा, चकला, गोंदुलपाड़ा, उरमा पहाड़ीतोला, राजाहार उत्तर केन्द्रीय और पूर्वी, उड़ीसा की राधिकापुर पूर्व और राधिकापुर पश्चिम कुल 19 कोल ब्लॉकों की नीलामी 9 नवंबर तक होनी है।
नहीं शुरू हुई हलचल
एक तरफ जिले में प्राइवेट कम्पनियां आने को बेताब हैं तो दूसरी तरफ बंधा और धिरौली के आस पास जमीनों की बिक्री और खरीद चालू हैं। जानकारों का कहना है कि जमीनों को लेकर हो रही कब्जेदारी जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है। फिलहाल ब्लॉक बी के अंर्तगत आने वाले मुहेर में चल रही कब्जेदारी जिला प्रशासन के सामने आयी तो दूसरी तरफ अमलोरी से लगे सेमरिया कोल ब्लॉक के आसपास जमीनों को हथियाने के प्रयास चल रहे हैं। जहां पर कतिपय दबंगों के द्वारा जमीनों पर अवैध कब्जे कर घर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। नये कोल ब्लॉक वाले स्थानों पर प्रशासनिक दखल नहीं दिखायी दे रहा है।