सोन की तेज धारा में बह गए नहा रहे 4 किशोर, तलाश में जुटा प्रशासन
सोन की तेज धारा में बह गए नहा रहे 4 किशोर, तलाश में जुटा प्रशासन
डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। गढ़वा थाना क्षेत्र में स्थित कुड़ारी में शनिवार को नहाने गये 4 किशोर सोन नदी के तेज धारा में बह गये। जिससे क्षेत्र में कोहराम मच गया। बहे किशोरों के परिजनों और ग्रामीणों का जमावड़ा नदी के किनारे लग गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। स्थानीय लोगों और होमगार्ड की मदद से काफी मशक्कत के बाद घटना स्थल से करीब आधा किमी दूर एक किशोर के शव को शाम 4 बजे बरामद कर लिया गया है। जबकि 3 अन्य लापता किशोरों की तलाश का कार्य जारी था। रात्रि होने पर तलाश का कार्य बंद कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से करीब 125 किमी दूर सुबह लगभग 11 बजे यह हृदय विदारक घटना घटी, जिसके बाद से लमसरई क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है। बताया जाता है कि सुबह 8 बजे लमसरई व रमडिहा के 7 किशोर ट्यूशन पढऩे गये थे। ट्यूशन पढ़कर लौटते समय सभी किशोर सोन नदी में नहाने चले गये। नदी में एक साथ नहाने उतरे किशोरों में से 4 सोन की तेज धारा में बहकर डूबने लगे। जबकि तीन किशोर किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब हो गये। तीनों अपने साथियों के डूबने की आशंका के चलते रोते चिल्लाते लमसरई गांव की ओर भागे और घटना की जानकारी अपने और बह गये किशोरों के परिजनों व ग्रामीणों को दी। जानकारी मिलते ही ग्रामीण व परिजन सोन नदी के घाट की ओर भागे। लेकिन तेज धारा के चलते नदी में उतरने की हिम्मत किसी की भी नहीं हुई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जब तक ग्रामीण व पुलिस कुछ कर पाती, तब तक नदी की तेज धारा में अमित कुमार पिता राजेश बैस उम्र 15 निवासी लमसरई, आनंद कुमार पिता लालपति बैस 13 निवासी लमसरई, रोहित पिता लाल बहादुर 13 निवासी लमसरई, राहुल पिता कुंजलाल बैस 15 निवासी रमडीहा बह कर काफी दूर निकल गये थे।
आधा किमी दूर मिला आनंद का शव
पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में ग्रामीणों ने नदी में शवों की तलाश शुरू की थी। लेकिन घटना स्थल के आसपास एक भी किशोर को प्राप्त नहीं किया जा सका। इसके बाद नदी में उतरे ग्रामीणों ने करीब आधा किमी दूर जाकर शव की तलाश करना शुरू किया। बताया जाता है कि कुड़ारी से आधा किलोमीटर दूर आनंद पिता लालपति बैस 13 वर्ष निवासी लमसरई का शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस मिले शव का पंचनामा आदि की कार्रवाई में जुटी रही।
यूपी व एमपी के पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी होते ही यूपी व एमपी के जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज्ञात हो कि यह क्षेत्र मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है। प्रधानमंत्री का गृह प्रवेश कार्यक्रम समाप्त होते ही कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी बीरेंद्र सिंह गढ़वा थाना अन्तर्गत लमसरई कुड़ारी गांव जा पहुंचे। इसके पहले गढ़वा थाना प्रभारी संतोष तिवारी, एसडीएम चितरंगी निलेश शर्मा, तहसीलदार कुनाल रावत भी पहुंच कर राहत कार्य में जुटे रहे। जबकि यूपी से कजौल थाना प्रभारी, एसडीएम भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।
कलेक्टर ने दिया गोताखोर बुलाने का निर्देश
घटना स्थल पर पहुंचे कलेक्टर व एसपी से ग्रामीणों ने गोताखोर की आवश्यकता बताई। जिसके बाद कलेक्टर श्री मीना ने गोताखोर का बुलाने का निर्देश अपने मातहतों को दिया। देर शाम को पहुंचे गोताखोरों ने नदी में शवों की तलाश की लेकिन रात होने के कारण उन्हें भी सफलता हाथ नहीं लगी। कलेक्टर व एसपी रात 8 बजे तक राहत कार्य का नेतृत्व करते रहे और परिजनों को ढांढस बंधाते रहे। लेकिन नदी की तेज धारा के कारण किसी का बस नहीं चल रहा था।
गांव में पसरा मातम
एक ही गांव के चार किशोरों के सोन नदी में बह जाने की अप्रत्याशित घटना के बाद लमसरई और रमडीहा में मातम पसरा हुआ है। बच्चों की माताओं का रो-रोकर बुरा हाल हुआ जा रहा था। परिजन भी दहाड़े मार कर बिलख रहे थे। उन्हें रोते बिलखते देख हर किसी की आंसू से आंख भर आ रही थी। नात रिश्तेदार उन्हें ढांढस बंधाते देखे गये। पीडि़त परिजन बस अपने बच्चों को किसी तरह नदी की जलराशि से बाहर निकालने की गुहार लगा रहे थे। लेकिन प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद सोन नदी के रौद्र रूप के आगे किसी का बस नहीं चल रहा था।