जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर में पहले दिन आए 3445 मरीज

18 वर्ष तक के 50 बच्चों के दिल में छेंद जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर में पहले दिन आए 3445 मरीज

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-26 12:13 GMT
जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर में पहले दिन आए 3445 मरीज

डिजिटल डेस्क, सतना। जिला अस्पताल में दो दिवसीय जिला स्तरीय स्वास्थ्य मेले में पहले दिन अलग-अलग बीमारियों से पीडि़त 3445 मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। शिविर में 18 वर्ष तक के 50 ऐसे बच्चे सामने आए जिनके दिल में सुराख था। इनमें 24 बच्चे सर्जरी के लिए सिलेक्ट हुए। 15 बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया गया। वहीं जन्मजात सुन नहीं पाने की बीमारी से पीडि़त 7 बच्चों का कॉक्लियर इम्प्लांट कर कान में मशीन डाली जाएगी। टेढ़े पैर की बीमारी से जूझ रहे 36 में से 9 बच्चे सर्जरी के लिए सिलेक्ट हुए। 20 अन्य बच्चों की माइनर सर्जरी जिला अस्पताल में होगी। मेले में रजिस्ट्रेशन, जांच और ओपीडी काउंटर अलग-अलग थे। गुरुवार को भी सुबह 9 बजे से मेले का संचालन किया जाएगा। 

डेढ़ घंटे विलंब से लोकार्पण-

मेले का लोकार्पण निर्धारित समय दोपहर 12 बजे न होकर घंटे विलंब से दोपहर डेढ़ बजे हुआ। शुभारंभ राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल ने किया। राज्यमंत्री ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच की जरूरत पडऩे पर मरीजों को रेफरल सेवाएं भी दी जाएंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद गणेश सिंह ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से उपकरण मुहैया कराए गए हैं। सांसद ने सीएस डॉ.रेखा त्रिपाठी को निर्देश दिए कि अस्पताल की सफाई व्यवस्था दुरुस्थ कराएं। राज्यमंत्री और सांसद ने स्टॉलों में मरीजों से सुविधाओं की जानकारी ली। संचालन रामभाई त्रिपाठी ने किया। इस दौरान सीएमएचओ डॉ.अशोक अवधिया साथ जिला अस्पताल के डॉक्टर मौजूद रहे। 

हवा-बारिश से सब अस्त-व्यस्त, सांसद भडक़े-

लोकार्पण से पहले हवा-बारिश की वजह से दोपहर 12 से 1 बजे के बीच कुछ समय के लिए व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गर्ईं। पंड़ाल में बारिश का पानी आने और हवा की वजह से लोग भागकर अस्पताल में घुस गए। हवा से कुर्सियां और कुछ जगह पर्दे लटक गए। उधर लोकार्पण के दौरान सांसद गणेश सिंह ने शासन द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्यवर्धक योजनाओं का सही तरीके से जिले में प्रचार-प्रसार नहीं होने पर नाराजगी जाहिर कर सीएमएचओ को सख्त लहजे में कहा कि योजनाएं धरातल में नहीं दिख रहीं हैं, ये लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

पानी के लिए तरस गए मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर-

मेडिकल कॉलेज रीवा से आए डॉक्टर ओपीडी चेंबर में दोपहर 1 बजे तक पानी नहीं मिलने से भडक़ गए। नाराज चिकित्सकों ने सीएमएचओ डॉ अशोक अवधिया से अव्यवस्था की शिकायत की। खाने की गुणवत्ता को लेकर भी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने सवाल उठाए। आनन-फानन सीएमएचओ ने रीवा से आए डॉक्टरों को लंच के लिए भरहुत होटल भेजा तब जाकर डॉक्टरों का गुस्सा शांत हुआ। दो दिवसीय शिविर के लिए मेडिकल कॉलेज रीवा के 12 विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। 

फैक्ट फाइल-

कुल रजिस्टे्रशन 3445
कुल जांच 905
दवा मिली 3289
जनरल बीमारी के 1541
बच्चों के दिल में छेंद 50
डिजिटल हेल्थ आईडी 146
आयुष्मान कार्ड 173
कैंसर परीक्षण 21
मेडिसिन विभाग 431
 

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