रामटेक के एक गांव में मिले धुलनागीन नामक 11 सांप, रेस्क्यू कर छोड़ा
रामटेक के एक गांव में मिले धुलनागीन नामक 11 सांप, रेस्क्यू कर छोड़ा
डिजिटल डेस्क, रामटेक। नगरधन गांव से 2 किमी की दूरी पर किष्णा कोलवा लिल्हारे के खेत में स्थित गाय के कोठा और एक कवेलू की झोपड़ी है। रेस्क्यू करने गए वाइल्ड लाइफ आर्गनाइजेशन के सर्पमित्रों को झोपड़ी के कवेलू में पहले तो सिर्फ एक सांप दिखाई दिया। उसे रेस्क्यू कर सुरक्षित पकड़ा गया। एक बड़े प्लास्टिक के बरनी में बंद किया गया। वह सांप बगैर विषैला वर्ग का धुलनागीन नामक सांप है। इसके बाद सर्पमित्रों ने झोपड़ी के अन्य कवेलुओं को देखते ही एक के बाद एक ऐसे कुल 11 सांप पकड़े गए। इसके अलावा पत्थर में छिपे 5-6 सांप रेस्क्यू के दौरान सर्पमित्रों के हाथ नहीं लगे। यह घटना सर्पमित्रों के लिए आज तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू बताया गया है। जानकारी के अनुसार नगरधन निवासी भगवान बंधाटे के यहां सोमवार को दोपहर वाइल्ड चैलेंजर आॅर्गनाइजेशन के सचिव अजय मेहरकुले सहित बंटी कछवाह, मंथन सरभाऊ नगरधन पहुंचे। उन्होंने नगरधन के मित्र भगवान बंधाटे, रितिक नागपुरे, प्रवीण लिल्हारे सहित कुछ किसानों की मदद से सांपों का रेस्क्यू किया। पकड़े गए सभी सापों को सुरक्षित पकड़कर घटनास्थल पर पंचनामा कर रामटेक वन विभाग कार्यालय लाया गया। राउंड आफिसर आगडे और बीट गार्ड पंकज कारामोरे सहित वाइल्ड चैलेंजर आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष राहुल कोठेकर के समक्ष जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया।