09 मरीज डिस्चार्ज होकर कोरोना से निजात पाने में बने सहायक "सफलता की कहानी" -
09 मरीज डिस्चार्ज होकर कोरोना से निजात पाने में बने सहायक "सफलता की कहानी" -
डिजिटल डेस्क, श्योपुर। राज्य सरकार द्वारा नोबल कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 के अंतर्गत पॉजिटिव आये मरीजो के उपचार की दिशा में निरंतर कदम उठाये जा रहे है। जिनके अंतर्गत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा अमलीजामा पहनाकर निशुल्क उपचार की व्यवस्था दी जाकर कॉटेन्टमेंट एरिया में भी नागरिको को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। इन 09 मरीजों को चिकित्सा सुविधा और आवश्यक व्यवस्थाएं दी जाकर उनको डिस्चार्ज कर दिया गया है। जिससे यह सभी मरीज कोरोना से निजात पाने में सहायक बन गये है। कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव ने जैसे ही इन पॉजिटिव मरीजो के डीआरडीई से प्राप्त हुई रिपोर्ट पर से मरीज श्री धु्रव सिहं पुत्र श्री इंदल सिंह भदौरिया आयु 48 वर्ष, श्री महावीर पुत्र श्री रामचरण प्रजापति आयु 50 वर्ष, रामलखन पुत्र श्री जगन्नाथ नापाखेडली आयु 47 वर्ष, श्री पवन सिहं पुत्र श्री मोनू सिहं आयु 34 वर्ष, श्रीमती रजना पत्नी श्री रिंकू सिघंल आयु 36 वर्ष, श्रीमती स्वाती पत्नी श्री श्याम गर्ग आयु 29 वर्ष, आरती पुत्री श्री त्रिलोक सिंह आयु 58 वर्ष, श्री प्रमोद पुत्र स्व. श्री वीरेन्द्र सेंगर आयु 55 वर्ष एवं श्रीमती सुनीता पत्नी रंजीत बैरवा आयु 25 वर्ष समस्त निवासीगण श्योपुर के क्षेत्र को कॉटेन्टमेंट जोन घोषित किया जाकर आईसोलेट वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां पर नर्स, डॉक्टरो द्वारा निश्चित अवधि तक निःशुल्क उपचार दिया गया। इस उपचार से सभी 09 मरीज कोरोना से मुक्ति दिलाने में सहायक बन गये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल यादव एवं सिविल सर्जन डॉ आरबी गोयल तथा डॉक्टर और नर्सो द्वारा आईसोलेट वार्ड में भर्ती इन 09 मरीजो की उचित देखभाल की व्यवस्था सुनिश्चित की। इन मरीजो को स्वस्थ्य होने पर आज आइसोलेट वार्ड से डिस्चार्ज कर उनके घर भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की। आईसोलेट वार्ड श्योपुर से स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए मरीज श्री धु्रव सिहं पुत्र श्री इंदल सिंह भदौरिया आयु 48 वर्ष, श्री महावीर पुत्र श्री रामचरण प्रजापति आयु 50 वर्ष, रामलखन पुत्र श्री जगन्नाथ नापाखेडली आयु 47 वर्ष सहित 09 व्यक्तियो ने बताया कि मप्र सरकार, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से हमारा निःशुल्क उपचार किया गया। जिसमें डॉक्टर, नर्सो की महत्वपूर्ण भूमिका रही। हमारे घर क्षेत्र में बनाये गये कॉटेन्टमेंट जोन में आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई। हमारे परिवार में डिस्चार्ज की खबर जैसे ही पहुंची वहां पर परिवारीजनो के चेहरो पर रौनक लौट आई। हम खुशी-खुशी अपने घर ठीक होकर जा रहे है।