अबू धाबी: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीएपीएस मंदिर में विधि-विधान से किया पूजा पाठ
- विदेश मंत्री बीएपीएस मंदिर गए, उन्होंने विधि-विधान से पूजा पाठ किया
- दोनों देशों के व्यापार में हुआ इजाफा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम संस्थान (बीएपीएस) के पदाधिकारियों से मुलाकात की है। उन्होंने मंदिर की भव्यता को देखा। बीएपीएस ने यूएई द्वारा दान की गई भूमि पर भव्य मंदिर बनवाया है। इसके बाद उन्होंने अबू धाबी संग्रहालय परिसर, लूव्र में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लिया। करीब 30 मिनट तक चले कार्यक्रम में कई देशों के लोगों ने हिस्सा लिया। एक दिवसीय यात्रा के मद्देनजर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया गया।
एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया कि "अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के दर्शन करके सौभाग्य प्राप्त हुआ। भारत-यूएई मित्रता का एक प्रत्यक्ष प्रतीक, यह दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देता है और हमारे दोनों देशों के बीच एक सच्चा सांस्कृतिक पुल है। "
Blessed to visit the BAPS Hindu Mandir in Abu Dhabi today.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 23, 2024
A visible symbol of India-UAE friendship, it radiates a positive message to the world and is a true cultural bridge between our two countries.
@AbuDhabiMandir pic.twitter.com/6YO7gj3geZ
विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर रहे। रविवार को वे यूएई पहुंचे थे। यूएई पहुंचते ही विदेश मंत्री बीएपीएस मंदिर गए। यहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा पाठ किया। विदेश मंत्रालय ने जयशंकर के विदेशी दौरे के संबंध में एक बयान जारी किया था। बयान में मंत्रालय ने बताया था कि जयशंकर यूएई के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं
दोनों देशों के व्यापार में हुआ इजाफा
आपको बता दें, भारत और यूएई के बीच संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में काफी मजबूती आई है। दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़कर 100 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है. भारत और यूएई कीमती धातुएं, खनिज, आभूषण, पेट्रोलियम उत्पाद, चीनी, अनाज, फल-सब्जियां, मांस, चाय, समुद्री भोजन, वस्त्र का आयात-निर्यात शामिल है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021-22 भारत ने यूएई से 21,664 मिलियन टन कच्चा तेल आयात किया. दोनों देशों का व्यापार 2020-21 में 43.3 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2021-22 में 72.87 बिलियन डॉलर हो गया.