स्कीम: सेंट्रल जेल प्रशासन की पहल, महिला कैदियों को भी मिलेगा ‘लाडकी बहना’ योजना का लाभ

सेंट्रल जेल प्रशासन की पहल, महिला कैदियों को भी मिलेगा ‘लाडकी बहना’ योजना का लाभ
  • योजना के संदर्भ में प्रस्ताव तैयार किए जा रहे
  • जल्द ही गृह मंत्रालय के पास भेजा जाएगा
  • सेंट्रल जेल में बंद है 128 महिला कैदी

अभय यादव , नागपुर । राज्य की जेलों में बंद महिला कैदियों को भी मुख्यमंत्री ‘लाडकी बहन’ योजना का लाभ मिल सकता है। नागपुर व विदर्भ की सभी जेलों के प्रशासन की ओर से इस योजना के संदर्भ में प्रस्ताव तैयार हो रहे हैं। प्रस्ताव को जल्द ही गृह मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि नागपुर की सेंट्रल जेल में बंद 128 महिला कैदियों के साथ राज्य की अन्य जेलों में बंद महिला कैदियों काे इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

दस्तावेज मंगाने की तैयारी : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नागपुर सेंट्रल जेल प्रशासन महिला कैदियों के आधार कार्ड से लेकर अन्य जरूरी दस्तावेज उनके करीबी रिश्तेदारों व परिजनों से मंगाने की तैयारी कर रहा है। नागपुर की सेंट्रल जेल में करीब 128 महिला कैदी बंद हैं, जिनमें कुछ सजा भुगत रही हैं तो कुछ महिलाएं अंडर ट्रायल हैं और कुछ महिला कैदी रिहाई की ओर हैं। ऐसी महिला कैदियों को जेल से बाहर जाने के बाद राज्य सरकार की इस योजना का लाभ मिलने पर वह आत्मनिर्भर होकर समाज में अपना अस्तित्व तलाशने में कामयाब हो सकेंगी।

विभागों से बातचीत होगी : नागपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक वैभव आगे ने बताया कि योजना का लाभ महिला कैदियों को कैसे मिल सकेगा, इसके बारे में टाटा सोशल इंस्टीटयूट, महिला व बाल कल्याण विभाग से बातचीत की जाएगी। रिहा होने के बाद जब ये महिलाएं जेल से बाहर जाएंगी, तो हर माह करीब 1500 रुपए मिलने पर वह अपना गुजर-बसर कर सकेंगी।

आत्मनिर्भर बन सकेंगी : जेल से बाहर जाने के बाद समाज की मुख्यधारा में आने के लिए कैदियों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। महिलाओं को काफी परेशानी होती है। मुख्यमंत्री लाडकी बहना योजना का लाभ जेल में बंद महिलाओं को मिल सके, इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है, ताकि जेल से बाहर जाने के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। -वैभव आगे, अधीक्षक, सेंट्रल जेल, नागपुर

Created On :   4 July 2024 9:30 AM GMT

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