आक्रोश: नागपुर यूनिवर्सिटी की 7 प्रतिशत फीस वृद्धि का छात्र संगठनों ने किया विरोध

नागपुर यूनिवर्सिटी की 7 प्रतिशत फीस वृद्धि का छात्र संगठनों  ने किया विरोध
  • आंदोलन की रणनीति पर हुई चर्चा
  • सीनेट सदस्य भी उठाएंगे मुद्दा
  • अभाविप व एनएसयूआई ने दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ ने 2024-25 इस शैक्षणिक वर्ष से 7 प्रतिशत फीस वृद्धि की है। विश्वविद्यालय ने सोमवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। विश्वविद्यालय के इस फैसले से अब छात्रों पर आर्थिक बोझा पड़ना निश्चित है। यूनिवर्सिटी के फीस वृद्धि के इस फैसले के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) आैर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) आदि छात्र संगठनों ने विरोध किया है। साथ ही यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य भी यह मुद्दा उठाने की चेतावनी दी है।

विश्वविद्यालय ने 2024-25 इस शैक्षणिक वर्ष से हर साल 7 प्रतिशत की फीस वृद्धि लागू करने संबंध में 7 अक्टूबर 2023 को एक अधिसूचना जारी की थी। इसीके चलते 22 मई 2024 को हुई विद्या परिषद और 27 जून 2024 को आयोजित व्यवस्थापन परिषद में 2023 का निर्णय बरकरार रखते हुए 7 प्रतिशत फीस वृद्धि का िनर्णय लेते हुए 1 जुलाई को अधिसचूना जारी की है। इसके पहले भी छात्र संगठनों ने फीस वृद्धि का विरोध करते हुए आंदोलन किया था। छात्र यह आर्थिक बोझ नहीं उठा पाएंगे। इसलिए छात्रों की हितों के लिए अब छात्र संगठन मैदान में उतरने की चेतावनी दी है। अभाविप और एनएसयूआई इन दोनों छात्रों संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर आंदोलन करने को लेकर रणनीति पर चर्चा शुरू है।

छात्रों को आवश्यक सुविधा कब मिलेगी? : सीनेट सदस्य दिनेश शेराम ने कहा कि, यूनिवर्सिटी के फीस वृद्धि का मैं विरोध करता हूं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि, विवि 7 प्रतिशत तक फीस वृद्धि कर रही है, लेकिन छात्रों को आवश्यक बुनियादी सुविधाएं कब उपलब्ध कराई जाएंगी। आज भी परीक्षा के समय परीक्षा केंद्रों पर छात्रों के लिए अधिकांश जगह पंखे और कूलर की सुविधा ही नहीं की जाती है। कुछ परीक्षा केंद्रों पर पीने के पानी की भी सुविधा नहीं रहती है। पार्किंग की समस्या, पुस्तकालय में जरूरी पुस्तकों की कमी, महिला छात्रों के लिए स्वतंत्र अभ्यास कक्ष ऐसी कई सुविधाओं से छात्रों को वंचित रहना पड़ता है।

Created On :   3 July 2024 11:30 AM GMT

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