चक्काजाम: कत्लखाने के विरोध में 5 घंटे नेशनल हाइवे जाम , रास्ते पर उतरे लोगों ने लगाए नारे

कत्लखाने के विरोध में 5 घंटे नेशनल हाइवे जाम , रास्ते पर उतरे लोगों ने लगाए नारे
  • वारकरी संप्रदाय ने हाइवे पर किया भजन-कीर्तन
  • जिलाधिकारी पर रोष, प्रकल्प को रद्द करने की मांग
  • नेशनल हाइवे पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उमरेड रोड स्थित सुरगांव में प्रस्तावित कत्लखाने के विरोध में सोमवार को नेशनल हाइवे जाम किया गया। कत्लखाने के विरोध में सुरगांव से पांचगांव तक (पिंपला फाटा) वारकरी संप्रदाय और ग्रामीणों ने दिंडी निकालकर पिंपला फाटा के पास भजन-कीर्तन किया। लगभग 5 घंटे चले इस आंदोलन की वजह से नेशनल हाइवे पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। आंदोलन को शांत करने के लिए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार, एसडीओ विद्यासागर चव्हाण, एसडीपीओ राजा पवार, तहसीलदार मनोहर चव्हाण भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने निवेदन स्वीकार कर सरकार को उनकी भावना से अवगत कराने का आश्वासन दिया।

ग्रापं को विश्वास में नहीं लेने का आरोप : बता दें कि, पहले कामठी में यह कत्लखाना प्रस्तावित था, किंतु स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए इसे उमरेड रोड पर सुरगांव के पास प्रस्तावित किया गया है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि, इसके लिए सुरगांव ग्राम पंचायत को विश्वास में नहीं लिया गया। जाहिरनामा निकालने से पहले किसी तरह की आपत्ति और सुझाव नहीं मंगवाए गए। जिला प्रशासन ने सीधे घोषणा की और फिर जाहिरनामा निकाला। इसे लेकर आंदोलनकारियों में जिलाधिकारी के खिलाफ रोष दिखा। इसके विरोध में वारकरी संप्रदाय और स्थानीय ग्रामीणों में सोमवार को सुरगांव से पांचगांव तक दिंडी निकाली। पांचगांव (पिंपला फाटा) पर दिंडी पहुंचने के बाद रोड पर ठिया आंदोलन कर वहां भजन-कीर्तन किए।

तीन हजार लोग शामिल होने का दावा : सुबह 10.30 से दोपहर 3.30 बजे तक यह आंदोलन चला। इस दौरान नेशनल हाइवे का यातायात प्रभावित रहा। आंदोलन में महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं। आंदोलन में 3 हजार से अधिक वारकरी संप्रदाय और ग्रामीण शामिल होने का दावा किया गया है।

कंक्रीट मिक्सर मशीन चालक व सुपरवाइजर पर मामला दर्ज : फार्म हाउस पर काम के दौरान मिक्सर मशीन पलटने से मजदूर की मौत हो गई थी। अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए थे। इस मामले में हादसे के लिए जिम्मेदार मशीन चालक व सुपरवाइजर के खिलाफ सोमवार को हिंगना थाने में प्रकरण दर्ज किया गया। हिंगणा तहसील गुमगांव स्थित मौजा धानोली में अंकित जैन नामक व्यक्ति का फार्म हाउस है। निर्माणकार्य के लिए करीब दस फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था।

गड्ढे में कंक्रीट मिक्सर मशीन (एम.एच.-31-एफ.सी.-5902) से निकला कंक्रीट का मसाला डाेगे के जरिए गड्ढे में जा रहा था। इस काम के लिए मध्य प्रदेश के मंडला जिले के अंकित ने फार्म हाउस में रहने वाले अनसिंह भीमसेन परते (34) व अन्य मजदूरों को लगाया था। काम के बीच में सुपरवाइजर संतोष उद्धवराव डोंगरे (50), वर्धा रोड पर परसोडी निवासी ने मशीन चालक लखन गौतम इंगले (33), खापरी पुनर्वसन निवासी को मशीन पीछे लेने के लिए कहा। लखन ने भी लापरवाही से मशीन को पीछे लिया और मशीन जमीन में धंसने के बाद पलट गई थी।मशीन की चपेट में आने से अनसिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथी मजदूर बाल-बाल बच गए। यह बात 19 जून 2024 की है। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान हादसे के लिए लखन और संतोष को जिम्मेदार ठहराया गया है। इससे उनके खिलाफ सोमवार को प्रकरण दर्ज किया गया।

Created On :   2 July 2024 7:52 AM GMT

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