शिक्षा पर जोर: शिक्षक अपनी भूमिका के प्रति कटिबद्ध रहें

एक दिवसीय राष्ट्रीय चर्चासत्रा का आयोजन

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-17 07:50 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश का भविष्य शिक्षकों के हाथों में है। उनके द्वारा तैयार किए गए विद्यार्थी कल देश के नागरिक रहेंगे। यह विद्यार्थी कितने ज्ञानी हैं, यह जांच करते वक्त सामाजिक दृष्टि से उनका व्यक्तित्व कितना प्रगल्भ, कितना संस्कारित है, इसका भी मूल्यांकन होगा। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा नीति में शिक्षक अपनी भूमिका के प्रति कटिबद्ध रहें। यह आह्वान केंद्रीय सड़क परिवहन व महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने शिक्षकों से किया है। वे ‘मंथन फॉर एकेडेमिया’ के तत्वावधान में नई शिक्षा नीति पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय चर्चासत्र के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। रेशमबाग स्थित कविवर सुरेश भट सभागृह में आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक मोहन मते, पूर्व विधायक नागो गाणार, रामकृष्ण मठ के अध्यक्ष स्वामी राघवेंद्र, देवदत्त जोशी, डॉ. राहुल बांगर, डॉ. विनोद मोहितकर आदि उपस्थित थे।

वैश्विक दृष्टिकोण का निर्धारण जरूरी : वैश्विक दृष्टिकोण से शिक्षा प्रणाली निर्धारण की आवश्यकता के उद्देश्य से चर्चासत्र आयोजित किए जाने पर नितीन गडकरी ने आयोजकांे का अभिनंदन किया। उपस्थिताें को संबाेधित करते हुए गडकरी ने कहा कि शिक्षा के मामले में किसी भी प्रकार का विचार करने से पूर्व देश व समाज व्यवस्था के भविष्य पर विचार करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर होने वाला खर्च भविष्य के नागरिक को तैयार करने के लिए किया जाने वाला निवेश है। विद्यार्थियों का व्यक्तित्व व दायित्व कैसा है, इस आधार पर ही देश का मूल्यांकन होगा। उन्होंने आगामी 50 वर्ष की आवश्यकता व अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को दायित्व निर्वहन की सलाह दी।

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