धोखाधड़ी: साइबर आरोपियों ने लगाई थी चपत , 60 रुपए की लालच देकर 7.23 लाख ठगे

साइबर आरोपियों ने लगाई थी चपत , 60 रुपए की लालच देकर 7.23 लाख ठगे
  • एक लाइक करने पर 60 रुपए मिलने का दिया लालच
  • युवक ने समय रहते पुलिस थाना साइबर में शिकायत की
  • पूरी रकम वापस मिली

डिजिटल डेस्क, नागपुर । एक लाइक करने पर 60 रुपए मिलने का लालच देकर साइबर आरोपी ने एक युवक को जाल में फंसाया। इसके बाद उसने युवक को शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के बहाने लालच देकर करीब 7 लाख 23 हजार 500 रुपए की चपत लगा दी थी। युवक ने समय रहते पुलिस थाना साइबर में शिकायत की, जिसके चलते उसे उसकी पूरी रकम वापस मिल सकी।

ग्लोबल वर्क ग्रुप का विज्ञापन था : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्लॉट नंबर 22 टीचर कॉलोनी नरसाला हुडकेश्वर निवासी रजत आसटकर (29) ने साइबर पुलिस थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। बताया है कि 8 जनवरी 2024 को उसके साथ 7 लाख 23 हजार 500 रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। घटना के दिन वह घर पर थे। इस दौरान मोबाइल पर फेसबुक देखते समय ग्लोबल वर्क ग्रुप का विज्ञापन दिखा। इसे वाटसएप ग्रुप पर शेयर कर लाइक करने पर प्रति लाइक 60 रुपए मिलने का दावा विज्ञापन में किया गया था। रजत ने उस विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। उस नंबर पर संपर्क करने के बाद संबंधित व्यक्ति के कहे अनुसार रजत ने कार्य करना शुरू किया। इस दौरान रजत के खाते में कुछ लाभ की रकम जमा होने से अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा हो गया।

फिर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा : साइबर अपराधी ने इसके बाद रजत को टेलीग्राम ग्रुप में एड किया। उसने रजत से कहा कि शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने पर बड़ा लाभ होगा। झांसे में लेने के बाद साइबर आरोपी ने रजत से अलग- अलग बैंक खाते में करीब 7 लाख 23 हजार 500 रुपए जमा करा लिया। कुछ अन्य लोगों ने भी लाखों रुपए का लाभ मिलने का स्क्रीन शॉट टेलीग्राम ग्रुप में डाल रखे थे, इससे रजत को पक्का विश्वास हो गया। जब रजत को आरोपी ने कोई लाभ की रकम नहीं दी और अपने पैसे निकालने का कोई तरीका नजर नहीं आया, तो ऑनलाइन ठगी किए जाने का एहसास हुआ। तब रजत ने पुलिस थाना साइबर के पोर्टल पर शिकायत की। पुलिस थाना साइबर के सहायक पुलिस निरीक्षक विजय भिसे ने आरोपी ग्लोबल वर्क ग्रुप धारक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

आरोपी का बैंक खाता फ्रीज : तकनीकी जांच कर विजय भिसे ने आरोपी के बैंक खाते से जुड़ी जानकारी हासिल किया। इसके बाद बैंक खाते को फ्रीज करवाया गया, जिसके चलते आरोपी उन खातों से रकम नहीं निकाल सका। इधर न्यायालयीन प्रक्रिया के बाद आरोपी के बैंक खाते से 7 लाख 23 हजार 500 रुपए रजत को वापस दिलाए गए। डूबी रकम को वापस पाकर रजत ने पुलिस का आभार माना। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। पुलिस थाना साइबर के पुलिस निरीक्षक अमित डोलस के नेतृत्व में अमोल देशमुख, सहायक पुलिस निरीक्षक विजय भिसे, गजानन मोरे, श्रीकांत गोणेकर आैर शारदा खाडे ने कार्रवाई की।

Created On :   4 July 2024 10:19 AM GMT

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