वंदे भारत की जगह तेजस एक्सप्रैस को देख दुविधा में पड़े यात्री
। प्लेटफार्म पर कई यात्री ऐसे दिखाई दिए, जिन्हें इसकी भनक भी नहीं लगी थी। वंदे भारत के लिए पहले से टिकट बुक करने वाले यात्री अपनी बर्थ खोजते नजर आए, क्योंकि तेजस व वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच की रचना अलग-अलग है।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन पर उस वक्त यात्रियों की दुविधा बढ़ गई, जब विलासपुर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की जगह तेजस एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर पहुंची। हालांकि रेल प्रशासन ने कई दिनों से वंदे भारत की जगह तेजस एक्सप्रेस चलाने के लिए प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया था। यात्रियों को सूचित किया जा रहा था कि रैक के अभाव में वंदे भारत की जगह अस्थाई तौर पर तेजस एक्सप्रेस चलाई जाने वाली है
कोच रचना अलग है : गत वर्ष के आखिर में ही प्रधानमंत्री के हाथों नागपुर से बिलासपुर जाने वाली वंदे भारत का शुभारंभ किया गया था। यह ट्रेन बाकी ट्रेनों की तुलना में बहुत ज्यादा हाईटेक है। इससे इसका किराया भी अन्य गाड़ियों की अपेक्षा ज्यादा है। गंतव्य तक पहुंचने में वंदे भारत बाकी ट्रेनों की तुलना में कम समय लेती है, इससे ज्यादा यात्री मिलते हैं, लेकिन रैक के अभाव के कारण 14 मई से इस ट्रेन को बंद कर तेजस एक्सप्रेस चलाई जा रही है। तेजस एक्सप्रेस का किराया वंदे भारत की तुलना में कम है, साथ ही इस गाड़ी की कोच रचना भी अलग है।
पहले दिन नागपुर स्टेशन से दोपहर में वंदे भारत की जगह चलने वाली तेजस एक्सप्रेस के पास आते ही कुछ यात्री दुविधा में पड़ गए थे। उन्हें उनकी कर्न्फम टिकट के आधार पर आखिर बैठना कहां है, यह समझ में नहीं आ रहा था। ऐसे में कई यात्रियों ने टिकट रद्द करने में ही भलाई समझी। हालांकि रेलवे प्रशासन ने टिकट कैन्सिलेशन पर पूरा किराया वापस करने की घोषणा की थी, वहीं जिन्होंने टिकट कैन्सिल नहीं कराया, उन्हें टिकट डिफरेंस की राशि तुरंत वापिस कर दी है।