कैंसर के प्रति लापरवाही पड़ सकती है भारी, लॉफ्टर थेरेपी से मरीज भूले पीड़ा
- लॉफ्टर थेरेपी से मरीज भूल गए कैंसर की पीड़ा
- लॉफ्टर थेरेपी से मरीज भूले पीड़ा
- लापरवाही पड़ सकती है भारी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. कैंसर को हराया जा सकता है। जब कैंसर के प्रारंभिक लक्षण दिखें, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टरों से संपर्क कर जांच करवानी चाहिए। शुरुआत में डॉक्टरों की सलाह से नियमित जांच व उपचार कराने से पूरी तरह ठीक हो सकता है। इसे टालने से कैंसर दूसरे और तीसरे चरण में जा सकता है।। मेडिकल के कैंसर रोग विभाग में कैंसर के उपचार की सुविधा उपलब्ध है। ऐसा कैंसर रोग विभाग प्रमुख डॉ. अशोक दीवान ने कहा। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) मे कैंसर सर्वाइवर-डे पर कैंसर पीड़ितों को कार्यक्रम के माध्यम से लॉफ्टर थेरेपी दी गई। कार्यक्रम का आयोजन मेडिकल के कैंसर रोग विभाग, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग व इंडियन कैंसर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। कार्यक्रम का अायोजन रेडिएशन विभाग के सभागार में हुआ।
सतर्क रहें
कैंसर का संदेह हाेते ही विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में जांच व उपचार करवाना चाहिए। लोग अज्ञानतावश डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं। इससे प्रारंभिक चरण का कैंसर भी शरीर में फैलने लगता है। जब तकलीफ बढ़ जाती है, तब कैंसर से मुक्ति पाने में समय लगता है। ऐसी नौबत नहीं आनी चाहिए, इसलिए कैंसर ही नहीं हरेक बीमारी के प्रति सतर्क रहना चाहिए। ऐसा चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शरद कुचेवार ने कहा।
हंसने पर मजबूर किया
कार्यक्रम में चिकित्सा उप अधीक्षक डॉ. हर्षल पाचपोर, सोसाइटी के सचिव डॉ. मनमोहन राठी, कार्यकारी सदस्य डॉ. वाई. एस. देशपांडे और कलामंच के संस्थापक नरेंद्र सतीजा उपस्थित थे। कार्यक्रम में कैंसर से संघर्ष कर उस पर मात करने वाले लोगों का सत्कार किया गया। पूर्व पीड़ितों ने अपना अनुभव साझा किया। मिमिक्री कलाकार विनोद पुरोहित ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया। कवि अनिल मालोकर ने हास्य-व्यंग्य की रचनाएं प्रस्तुत की। संचालन प्रदीप पाडवी ने व आभार प्रदर्शन डाॅ. विजय महोबिया ने किया। समर्पण फाउंडेशन की ओर से मरीजों को फल वितरित किए गए। कार्यक्रम में सुधाकर गेडाम, विजय शर्मा, सोनाली झोडापे, ललिता आदि ने सहयाेग किया।