Nagpur News: महिला बचतसमूहों को बंगलुरू की संस्था से मिला प्रशिक्षण

  • व्यवस्थापन, पुनर्निर्मिती और पुनर्वितरण प्रक्रिया का महत्त्व समझाया
  • प्रभावी और सफल संचालन करने को लेकर मार्गदर्शन
  • संवाद कार्यक्रम में प्रश्नों के माध्यम से शंकाओं का समाधान भी किया

Nagpur News महानगरपालिका अंतर्गत शहर में 10 जोन मेें आरआरआर केंद्र का प्रभावी संचालन करने के लिए महिला बचत समूह की महिलाओं को बंगलुरू के विशेषज्ञों ने कार्यप्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण में महिलाओं को आरआरआर केंद्र के व्यवस्थापन, पुनर्वापर, पुनर्निर्मिती और पुनर्वितरण प्रक्रिया महत्त्व समझाया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महानगरपालिका की अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने करते हुए आरआरआर केंद्र का प्रभावी और सफल संचालन करने को लेकर मार्गदर्शन किया। इसके साथ ही शहर में कचरा व्यवस्थापन प्रक्रिया में सुधार के लिए महिलाओं से सक्रिय योगदान देने का आवाहन किया। कार्यक्रम में घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के उपायुक्त डॉ गजेन्द्र महल्ले ने भी समयोचित मार्गदर्शन किया। प्रशिक्षण से आरआरआर केंद्र के माध्यम से शहर में घनकचरा व्यवस्थापन प्रक्रिया को सुचारू करने और महिला बचतसमूह को आर्थिक रूप से सक्षमीकरण के अवसर मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है। बंगलुरू में आरआरआर सेन्टर को संचालित करनेवाली संस्था के पदाधिकारियों ने स्वयंसहायता बचतसमूहों को प्रशिक्षण दिया। इसके साथ ही संवाद कार्यक्रम में प्रश्नों के माध्यम से शंकाओं का समाधान भी किया गया। कलमना परिसर के चिखली में कचरा चुननेवालों का महिला बचतसमूह भी मौजूद है। इस बचतसमूह का भी शहर के आरआरआर सेन्टर को संचालित करनेवाले बचतसमूहों को दस्तावेज तैयार करने और संचालन को लेकर अनुभव के माध्यम प्रशिक्षण दिया। इस दौरान मनपा के 10 जोन के लिए चयनित महिला बचतसमूहों के सदस्य उपस्थित थे।

क्या होता है आरआरआर : घनकचरा व्यवस्थापन प्रक्रिया में आरआरआर सेंटर को स्थापित करने का प्रयास हो रहा है। इस प्रक्रिया में मनपा के प्रत्येक जोन में आरआरआर सेन्टर (रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकल) को आरंभ किया जाएगा। इन आरआरआर सेन्टर का संचालन महिला बचत समूहों के माध्यम से किया जाएगा। शहर से कचरे में आनेवाले पुराने और निरुपयोगी सामग्री और वेस्ट को निकाला जाएगा। इसके बाद सामग्री को दोबारा इस्तेमाल और रिसाइकल के लिए भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया से कचरे के साथ ही अन्य सामग्री का सही मायनों में व्यवस्थापन संभव हो सकेगा।


Created On :   25 Oct 2024 10:25 AM GMT

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