Nagpur News: इस दिवाली यात्रियों के लिए 90 अतिरिक्त बसों की सौगात

इस दिवाली यात्रियों के लिए 90 अतिरिक्त बसों की सौगात
  • पुणे के लिए बड़ी संख्या में चलेगी एसटी की बस
  • गत वर्ष की तुलना बसों की संख्या फिर भी कम
  • 25 अक्बटूर से 25 नवंबर के बीच चलनेवाली है अतिरिक्त बसें

Nagpur News इस दिवाली राज्य परिवहन महामंडल की ओर से पूरे राज्य में 5 सौ से ज्यादा अतिरिक्त बसें चलाई जानेवाली है। जिसमें नागपुर विभाग में 90 बसें विभिन्न दिशाओं की ओर चलने वाली है। इसमें मुख्य रुप से पुणे के लिए ज्यादा संख्या में बसों का संचालन किया जानेवाला है। साथ ही अमरावती, छिंदवाड़ा, नांदेड़, अदिलाबाद, औरंगाबाद. माहुर, राजुरा की ओर भी बसें चलने वाली है। ऐसे में दिवाली के वक्त यात्रियों के लिए यह सुविधा महत्वपूर्ण साबित होनेवाली है।

बड़े शहरों से मामूली गांव तक की राह बिना किसी दिक्कत एस टी बसें ही तय करती है। ऐसे में छोटे-छोटे गांवों से रोजगार की तलाश में नागपुर में आकर बसने वाले लोगों के लिए साधन के नाम पर एस टी बसें ही एक अच्छा विकल्प है। वर्तमान स्थिति में नागपुर विभाग में 415 लाल बसों के अलावा 20 से ज्यादा शिवशाही एसी बसें चलाई जाती है। जो यात्रियों की तुलना में पर्याप्त नहीं है। ऐसे में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर बसों की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। परिणामस्वरूप त्योहारों में अतिरिक्त बसों की सौगात राज्य परीवहन महामंडल की ओर दी जाती है। इस वर्ष दिवाली के लिए राज्यभर में 5 सौ से अधिक बसें चलाई जानेवाली है। जिसमें केवल नागपुर विभाग की बात करें तो 90 बसें अतिरिक्त तौर पर चलाई जानेवाली है। जिसमें पुणे के लिए ही 50 बस रहनेवाली है। यह बसें 25 अक्तूबर से 25 नवंबर के बीच चलनेवाली है। जिसका लाभ यात्रियों को अच्छे से मिल सकेगा।

पुणे के लिए ज्यादा यात्रियों की संख्या : नागपुर से पुणे व पुणे से नागपुर आने के लिए यात्रियों की भीड़ बहुत ज्यादा रहती है। उच्च शिक्षा हासिल करने के साथ कई नौकरी पेशा पुणे में जाकर बसें है। ऐसे में दीपावली को सभी अपने परिवार के साथ रहने के लिए कुछ दिनों की छुट्‌टियां लेकर आते हैं। परिणामस्वरूप भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ने से बसों में जगह नहीं मिलती है। वही ट्रेनें भी हाउसफुल रहती है। ऐसे में यात्रियों को मजबूरन निजी बस संचालकों के लूट का शिकार होना पड़ता है। ऐसे में राज्य परीवहन महामंडल की ओर से पुणे के लिए करबी 50 ज्यादा बसें छोड़ने का निर्णय लिया है।

इस बार बसों की कमी : भलेही यात्रियों के लिए शालेय फेरियों की बसों के सहारे ज्यादा बसों की सुविधा दी जाने वाली है। लेकिन बसों की संख्या लगातार कम होने से स्पेशल फेरियों पर इसका असर पड़ने वाला है। क्योंकि गत वर्ष मंडल अंतर्गत कुल 465 बसें थी। वही इस बार केवल 415 बसें रही है। बसें खराब होने से व नई बसें नहीं मिलने से यह हालत हुई है। ऐसे में बसों का टोटा सहना पड़ सकता है।

Created On :   16 Oct 2024 9:42 AM GMT

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