Nagpur News: अब नायलॉन मांजा के लिए सीमा पर होगी निगरानी , प्रशासन की सख्ती

अब नायलॉन मांजा के लिए सीमा पर होगी निगरानी , प्रशासन की सख्ती
  • एमपीसीबी के साथ मनपा और पुलिस की संयुक्त टीम का गठन
  • प्रतिबंधित प्लास्टिक पतंग और नायलॉन मांजा पर लगाम कसने के प्रयास
  • जानलेवा नायलान मांजा की चोरी-छिपे होती है बिक्री

Nagpur News मनपा प्रशासन ने पुलिस विभाग को पत्र भेजकर सीमा पर निगरानी करने का निवेदन किया है। संक्रांति उत्सव के दौरान शहर में पतंगबाजी के लिए नायलॉन मांजा और प्लास्टिक पतंग अन्य जिलों से लाकर शहर में रखा जा रहा है। ऐेसे में त्योहार के दौरान प्रतिबंधित प्लास्टिक पतंग और नायलॉन मांजा पर लगाम कसने में दिक्कत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए मनपा प्रशासन ने पुलिस को शहर की सीमाओं और विशेषकर समृद्धि महामार्ग पर निगरानी करने का निवेदन किया है। साथ ही शहर में नायलॉन मांजा और प्लास्टिक पतंग लाने, रखने और बिक्री करने को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी देने का भी आह्वान किया है। शहर में नायलॉन मांजा और प्लास्टिक पतंगों का इस्तेमाल रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण मंडल, पुलिस और मनपा का संयुक्त दल भी तैयार किया गया है। इसके अलावा मनपा का उपद्रव शोध पथक भी लगातार निगरानी और कार्रवाई कर रहा है।

अब तक 731 दुकानों की जांच : इस साल मनपा के उपद्रव शोध पथक ने शहरभर में प्रतिबंधित प्लास्टिक पतंग और नायलॉन मांजा की जांच शुरू कर दी है। अब तक एनडीएस के दलों ने लक्ष्मी नगर जोन में 23 दुकान, धरमपेठ जोन में 99 दुकान, हनुमान नगर जोन में 160 दुकान, धंतोली जोन में 70 दुकान, नेहरू नगर जोन में 56 दुकान, गांधीबाग जोन में 100 दुकान, सतरंजीपुरा जोन में 63 दुकान, लकड़गंज जोन में 37 दुकान, आसीनगर जोन में 52 और मंगलवारी जोन में 71 दुकानों सहित 731 दुकानों की जांच की है।

दो हजार से अधिक प्लास्टिक पतंगें जब्त : हनुमान नगर जोन में 3 दुकानों से 1,371 प्लास्टिक पतंग जब्त कर 15 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया। गांधीबाग जोन में 3 दुकानोंं से 857 प्लास्टिक पतंग जब्त कर 15 हजार रुपए सहित 6 कार्रवाई में 30 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया है। गांधीबाग जोन में इतवारी के वाजिद पतंग शॉप, हनुमान नगर जोन के जूनी शुक्रवारी परिसर में जितेन्द्र पतंग भंडार, मानेवाड़ा के सुमित पतंग भंडार और हुडकेश्वर रोड स्थित आशीष पतंग भंडार से भी जब्ती की है। हालांकि तमाम प्रयासों के बाद भी शहर में प्लास्टिक पतंग और नायलॉन मांजा की रोकथाम नहीं हो पा रही है। संक्रांति से करीब दो माह पहले ही शहर में मांजा और पतंगें पहुंच जाती हैं। विक्रेता वॉटसएप और सोशल मीडिया के माध्यम से बिक्री करते हैं।

सोशल मीडिया पर भी निगरानी : इस बार शहर में प्लास्टिक पतंग और नायलॉन मांजा को आने से रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। शहर की सभी सीमाओं पर कड़ी निगरानी के साथ सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से बिक्री और इस्तेमाल को लेकर लगातार निगरानी हो रही है। पुलिस विभाग और मनपा अधिकारियों ने नागरिकों से जानलेवा नायलॉन मांजा का इस्तेमाल करने से परहेज करने का आह्वान भी किया है।

नॉयलॉन मांजा बिक्री और इस्तेमाल पर होगी कार्रवाई : मनपा के साथ ही पुलिस और एमपीसीबी का संयुक्त दल लगातार निगरानी कर रहा है। शहर की सीमाओं पर निगरानी के साथ ही सोशल मीडिया पर भी निगाह रखी जा रही है। नायलॉन मांजा आैर प्लास्टिक पतंग के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए। -विजय देशमुख, उपायुक्त, घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष, मनपा


Created On :   3 Dec 2024 12:47 PM IST

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