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Nagpur News: आरटीओ की ओर से निजी बसों की धरपकड़ , नियम तोड़ने वाली बसों पर जुर्माना
- दिवाली के पीक सीजन में 96 बसों की धरपकड़
- बसों का फिटनेस नहीं होने से बस बीच रास्ते में बंद पड़ रही
- बसों में मालढुलाई करनेवाले भी पकड़ में आए
Nagpur News दिवाली के कारण यात्रियों की जमकर भीड़ बढ़ गई है। जिसके कारण रेलवे व एसटी बसें फुल हो गई है। लेकिन इसमें नियम तोड़नेवाले कुछ निजी बसें भी शहर में धड़ल्ले से चल रही हैं। ऐसे में शहर आरटीओ की ओर से दिवाली के पीक सीजन में 96 बसों की धरपकड़ की गई। जांच में नियमों को ठेंगा दिखाने वाले बसों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूला गया है।
शहर की बात करें तो 800 से ज्यादा निजी बसें यहां से प्रति दिन विभिन्न दिशा की ओर चलाई जाती है। इन बसों में यात्रियों की सुरक्षा बनी रहे, इसलिए कुछ नियम भी हैं। जिसमें बसों में क्षमता से ज्यादा यात्रियों को न बैठाना, आपातकालीन दरवाजा, फिटनेस प्रमाणपत्र आदि शामिल है। लेकिन इन दिनों आमदनी के चक्कर में निजी बस संचालक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। तीन गुना किराया लेकर भी क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाने से यात्रियों को नीचे बैठकर सफर करना पड़ रहा है।
कई बसों का फिटनेस नहीं होने से बस बीच रास्ते में बंद भी पड़ रही है। जिससे यात्रियों को दूसरी बसों में बैठाकर लाया जा रहा है। इससे एक ओर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर समय बर्बादी हो रही है। इन दिनों दिवाली के कारण यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। जिसके कारण एसटी बसों से लेकर रेलवे तक बुक हो गई है। ऐसे में यात्रियों को निजी बसों की ओर रूख करना पड़ रहा है। लेकिन कुछ बसों को छोड़ दिया जाए तो अधिकतम निजी बस चालकों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है। ऐसे में आरटीओ ने दिवाली के पीक सीजन में इन बसों की जांच पड़ताल कर कार्रवाई की है।
इस तरह हुई कार्रवाई : शहर के मानस चौक से लेकर भोले पेट्रोल पंप तक कुल 96 निजी बसों की जांच पड़ताल की गई है। जिसमें कई बसें नियमों को तोड़ती नजर आयी। इसमें बिना परमिट चलनेवाली बसों को धरा गया। बसों में मालढुलाई करनेवाले भी पकड़ में आये । बस में सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन यंत्र लगाया जाता है। लेकिन 7 बसों में यह यंत्र ही नहीं था। बस में कभी भी आग लगे या कोई भी अनहोनी हुई तो यात्रियों को बाहर निकलने के लिए आपतकालीन दरवाजा रहना जरूरी है। लेकिन जांच में 4 बसों में आपातकालीन दरवाजा ही नहीं था।
Created On :   2 Nov 2024 11:24 AM GMT