कोर्ट में सेंध: कार्रवाई में ढिलाई, जगदीश जैस्वाल के एग्रीमेंट और गवाह फर्जी , 55 केस हैं उसके खिलाफ

  • आरोपियों की जानकारी लेने के लिए जगदीश की गिरफ्तारी जरूरी
  • पीड़ितों ने रंजीत सारडे की वकालत के लाइसेंस को निरस्त करने की मांग की
  • छिपकर बैठा है आरोपी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-17 07:33 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर । जगदीश जैस्वाल गैंग के एक से बढ़कर एक फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। जैस्वाल के खिलाफ हुड़केश्वर पुलिस ने एक एफिडेविट कोर्ट में दिया है। इसमें बताया गया है कि उसके केस की जांच में उसके बनाए गए करारनामें और गवाह झूठे निकले हैं। अपराध की मोडस ऑपरेंडी है, जिसके तहत 55 केस हैं। इस काम में कौन-कौन उसके साथी शामिल हैं, उनको ढूंढ़ना जरूरी है। जगदीश अपराध कर छिपकर बैठा है। जगदीश जैस्वाल के कारनामों की सूची लगातार लंबी होती जा रही है। पिछले माह हुड़केश्वर थाने में दर्ज एफआईआर 957/23 के बाद पुलिस पूरे गिरोह तक पहुंचने की जद्दोजहद कर रही है। एफआईआर में जगदीश जैस्वाल और उनके सहयोगी के रूप में रंजीत सारडे का नाम है। इस मामले में फरार आरोपी कोर्ट से जमानत लेने की कोशिश कर रहे हैं। इस संबंध में पुलिस ने कोर्ट में एक एफिडेविट दाखिल किया है। इसमें कोर्ट को इस प्रकरण से जुड़े कुछ फैक्ट दिए हैं।

झूठे दस्तावेजों की जब्ती जरूरी : पुलिस ने कहा है एफआईआर 957/23 में जगदीश जैस्वाल ने जो एग्रीमेंट बनाए थे, वह झूठे िनकले हैं। इसमें जो लोग गवाह के रूप में शामिल थे, पूछताछ में उन्होंने भी स्वीकारा कि उनके नाम से फर्जी साइन हैं, उन्होंने नहीं किए। इसमें जो कब्जा-पत्र बनाया, वह भी फर्जी है।

जैस्वाल के कौन-कौन मददगार हैं, उनको ढूंढना भी जरूरी है : जगदीश जैस्वाल के खिलाफ हुड़केश्वर के अलावा मानकापुर व अन्य थानों में भी गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज है। वह एक जैसे तरीके अपनाकर 55 केस कर चुका है। इन सब में कौन-कौन शामिल हैं, उसकी मदद किसने की, आदि की जानकारी भी जरूरी है। इससे आरोपियों की संख्या तय होगी।

कई बार बुलाने के बाद भी वह थाने नहीं पहुंचा : पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ दर्ज हुए अपराध की छानबीन के लिए उसे कई बार बुलाया गया, मगर वह नहीं आया। कहीं छिपकर बैठ गया है। इन सब बातों के लिए उसकी कस्टडी जरूरी है, इसलिए उसको जमानत नहीं दी जाए।

हमने कोर्ट में एफिडेविट देकर केस की जानकारी दी है, हम उसे ढूंढ़ रहे हैं : जगदीश जैस्वाल वाले मामले में हमने अभी तक की जांच में जो मिला और हमें जो और जानकारी चाहिए है, उस संबंध में कोर्ट में एफिडेविट दिया है। उस अपराध में कई लोग शामिल हैं, हमें उनकी पूरी जानकारी निकाल रहे हैं, जगदीश की तलाश में लगातार कई जगहों पर गए हैं, वह नहीं मिला। हम उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रहे हैं। -जितेंद्र गाडगे, इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर, हुड़केश्वर थाना

रंजीत के खिलाफ चीफ जस्टिस तक पहुंची शिकायत : पीड़ितों ने जगदीश जैस्वाल के साथ काम करने वाले रंजीत सारडे के खिलाफ मंगलवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा, चीफ जस्टिस अॉफ बाम्बे हाई कोर्ट, रजिस्ट्रार जनरल बाम्बे हाई कोर्ट, एडमिनिस्ट्रेटिव जज नागपुर बेंच, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, हाई कोर्ट बार एसोसिएशन नागपुर, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन नागपुर को शिकायत की गई है, जिसमें वकालत का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की गई है।

पीड़ितों ने सीपी को शिकायत कर एसआईटी जांच की मांग की : मंगलवार को जगदीश जैस्वाल गैंग से पीड़ित लोगों ने सीपी से इसी मामले में एक एसआईटी गठित कर 55 मामलों की जांच करने का आवेदन दिया है।

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