खबर का असर: विधान परिषद में विधायक जानकर ने उठाया शत्रु संपत्तियों पर सरकारी कब्जा न होने का मामला

  • दैनिक भास्कर की खबर का असर
  • उपसभापति ने सरकार को दिए कार्रवाई के आदेश
  • दैनिक भास्कर ने 15 दिसंबर को की थी खबर प्रकाशित

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-18 15:32 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर, सोमदत्त शर्मा। दैनिक भास्कर की खबर का एक बार फिर असर हुआ है। सोमवार को नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विधान परिषद में राष्ट्रीय समाज पक्ष प्रमुख एवं विधायक महादेव जानकर ने शत्रु संपत्तियों पर सरकार का कब्जा नहीं है, इसको लेकर सवाल उठाया। महादेव जानकर ने 'औचित्य' के तहत "दैनिक भास्कर" में छपी खबर का संज्ञान लेते हुए विधान परिषद में कहा कि खबर के अनुसार राज्य सरकार आजादी के 76 वर्ष बाद भी शत्रु संपत्तियों पर कब्जा नहीं कर सकी है। जानकर ने विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे से मांग की है कि इस मामले में सरकार उचित कदम उठाए। गोर्हे ने इस मामले में राज्य सरकार को उचित कदम उठाने के लिए कहा है।

"दैनिक भास्कर" ने 15 दिसंबर को "आजादी के 76 वर्ष बाद भी सरकार का 'शत्रु संपत्तियों' पर कब्जा नहीं" शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसका संज्ञान लेते हुए महादेव जानकर ने विधान परिषद में मुद्दा उठाया। जानकर ने कहा कि आजादी के 76 वर्ष बाद भी राज्य सरकार उन 'शत्रु संपत्तियों' पर कब्जा नहीं कर पाई है जिसके मालिक पाकिस्तान में जाकर बैठ गए हैं। मुंबई और मीरा भायंदर में जमीन की खरीद और बिक्री कर रहे हैं। इस तरह की जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा किया हुआ है। जानकर ने कहा कि इस पर सरकार ने अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की है। मैं "औचित्य" के माध्यम से सरकार से अपील करता हूं कि सरकार को इस तरह की जमीनों पर कब्जा कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। जानकर के सवाल उठाने के बाद उपसभापति ने इस मामले में राज्य सरकार से उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है।

गौरतलब है कि मुंबई और उपनगरों में 271 शत्रु संपत्तियां हैं। जबकि राज्य में शत्रु संपत्तियों का आंकड़ा 462 है। कुछ संपत्तियों को पाकिस्तान में रह रहे लोगों ने भारत में अपने रिश्तेदारों के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी कर उन्हें बेच दिया है। महाराष्ट्र में यह संपत्ति मुंबई, छत्रपति संभाजीनगर, पुणे, पालघर और ठाणे के मीरा-भायंदर में फैली हुई हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी माना है कि देश में कुल 1 हजार 467 शत्रु संपत्तियों पर भूमाफियाओं ने कब्जा भी किया हुआ है।

Tags:    

Similar News