मुरुम का अवैध खनन, रोजाना ओवरलोड ट्रकों से ढुलाई

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Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-12 11:49 GMT

डिजिटल डेस्क, वाड़ी। एमआईडीसी यातायात विभाग द्वारा कार्रवाई के बावजूद नियमों को ताक पर मुरुम का अवैध खनन किया जा रहा है। रोजाना ओवरलोड ट्रकों से ढुलाई कर पुलिस कार्रवाई को अंगूठा दिखाया जा रहा है। रेती, गिट्टी, डामर, मुरुम भरे टिप्पर वाहन शहर से धड़ल्ले से जा रहे हैं। मुरूम और रेती की ट्रकों, ट्रैक्टर तथा डंपर से ढुलाई की जा रही है। खास बात यह है कि इन वाहनों पर नंबर प्लेट भी नहीं है। पुलिस की नजरों के सामने बिना नंबर के वाहन चल रहे हैं। हेल्मेट, काली फिल्म, ड्रंकन ड्राइव को लेकर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बिना नंबर के गाड़ियों पर कार्रवाई नहीं हो रही। वाड़ी में अमरावती राजमार्ग से गुजने वाले भारी वाहनों पर नियंत्रण नहीं होने से दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। रोजाना सैकड़ों अवैध मुरुम से लदे ओवरलोड ट्रक, डंपर खडगाव रोड, एमआयईडीसी रोड, दाभा रोड, नागलवाड़ी रोड, लावा रोड तथा फेटरी रोड से जाते हैं, परंतु आला पुस अफसर इसकी अनदेखी कर रहे हैं। अवैध वाहनों पर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। इलाके में बड़े पैमाने पर मुरुम की खुदाई जारी है। शहर सीमा से सटे कई ऐसे इलाके हैं जहां दिन भर जेसीबी के माध्यम से मुरुम की खुदाई करवाई जा रही है। मुरूम का उपयोग भवन की नींव में भरने के लिए किया जा रहा है।

रेत का दाम तय कर रहे माफिया : कई नदियों के तट के किनारे से निकाले जाने वाले मुफ्त के रेत के दाम भी रेत कारोबार से जुड़े माफिया तय कर रहे हैं। एक ट्रक रेत निकालने पर पंद्रह सौ से दो हजार रुपए खर्च हो रहे हैं, जबकि इसे बाजार में छह से 10 हजार रुपए ट्रक के हिसाब से बेचा जा रहा है। अवैध तरीके से निकाली गई रेत में मनमानी कमाई होने के चलते इस कारोबार की ओर नए-नए लोग भी जुड़ रहे हैं। रेत माफिया अपने हिसाब से समय-समय पर रेत के दाम तय करते रहे हैं। वाड़ी शहर से लगे ग्राम पंचायतों में इन दिनों मुरुम की अवैध खुदाई की जा रही है। रोजाना एक-एक खदान से 20 से 30 ट्रक, ट्रैक्टर मुरुम निकाल कर बिना रायल्टी बेचा जा रहा है। 

रोकने में सफल नहीं

जिले के कई जगहों पर अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है। ज्यादातर अवैध खुदाई सत्ता से जुड़े लोग ही कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिले का खनिज विभाग रेत का अवैध उत्खनन रोकने में जुटा हुआ है, लेकिन मुरुम माफियाओं को रोकने में अब तक सफल नहीं हो पाए हैं। जिला मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर ग्राम पंचायत खडगांव, माहुरझरी, लावा, सुराबर्डी, सावली मावली में दिन हो या शाम का समय, मुरुम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। रोजाना ट्रकों में मुरुम भरकर कर बिना रायल्टी के अलग-अलग जगहों में बेचा भी जा रहा है, जिससे खनिज विभाग को लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है। अलग-अलग जगहों में इन्हें डंप भी किया जा रहा है। तहसीलदार वानखेडे तथा खनिज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जहां सूचना मिलती है, तत्काल वहां टीम भेज कर कार्रवाई की जाती है। इस क्षेत्र के सत्ताधारी पार्टी के ही लोग इस काम में संलिप्त है, जिसके चलते पंचायत के प्रतिनिधि और अन्य विभाग के लोग भी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि पिछले कुछ महीनों से इन पंचायतों में यह गोरखधंधा फल-फूल रहा है।  

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