अनदेखी: एक समय का नामी गरोबा प्राथमिक स्कूल बंद होने के बाद से बन गया शराबियाें का अड्डा
- यहां से पढ़कर बड़े ओहदे पर पहुंचे विद्यार्थी
- कान्वेंट कल्चर से बिगड़ी हालत
- बच्चे कम होने से बंद करनी पड़ी स्कूल
डिजिटल डेस्क, नागपुर । मनपा का एक ऐसा स्कूल, जहां पढ़-लिखकर विद्यार्थी ऊंचे ओहदे पर पहुंच चुके हैं। वर्तमान में उसी स्कूल के ये हाल हैं कि वहां शराबियों ने अपना अड्डा बना लिया है। जर्जर पड़ी इमारत में असामाजिक तत्व यहां डेरा जमाए रखते हैं। बता दें कि Garoba Primary School of Gandhibagh zone closed. Now anti-social elements have camped here.
उल्लेखनीय है कि मनपा ने साल 1956 में गरोबा प्राथमिक स्कूल शुरू किया था। एक समय था, जब इस स्कूल में सैकड़ों विद्यार्थी थे। बदलते समय के साथ इंग्लिश स्कूल की ओर पालकों का रुझान बढ़ता गया। मनपा के स्कूलों में विद्यार्थी घटते गए। गरोबा प्राथमिक स्कूल की विद्यार्थी संख्या कम होने पर मनपा ने उसे बंद कर दिया। इमारत खाली पड़ी है। इमारत का कोई उपयोग में नहीं आने से मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुकी हैं। दरवाजे खुले है। शराबियों ने मौके का फायदा उठाकर उसे अपना अड्डा बना लिया। शराबियों ने वहां डेरा जमाया है।
इमारत में शराब की बोतलें यहां वहां फेंकी हुई देखी जा सकती हैं। शराब गटकने के बाद वहां से निकलकर आसपास की बस्ती में उधम मचाने से लोग परेशान है। मनपा से शिकायत करने पर सुनवाई नहीं होने की नागरिकों की शिकायत है। इस विषय में शिक्षा विभाग का पक्ष जानने के लिए शिक्षणाधिकारी से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो पाया। इससे पहले एक मूर्तिकार ने स्कूल में मूर्तियां बनाने का कारोबार शुरू किया था। उस समय भी मनपा से शिकायत की गई थी, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। शहर भर में इस तरह की खाली पड़ी इमारतों की ओर प्रशासन से ध्यान देने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है।