उपक्रम: विज्ञान की सही समझ हो रही विकसित
विद्यार्थियों ने जानी विज्ञान की बारीकियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन तथा मनपा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अपूर्व विज्ञान मेला के दूसरे दिन विद्यार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मनपा शालाओं के विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान के जटिल सिद्धांतों को सहजता से प्रस्तुत करना मेला का विशेष आकर्षण रहा।
कुछ प्रयोग ऐसे भी : आप ने धुएं को ऊपर उठते ही देखा है, लेकिन यहां धुआं नीचे की ओर गिर रहा है। इसके अलावा दो अलग चित्रों को अलग-अलग आंखों से देखने पर हथेली में छेद दिखने का प्रयोग भी ध्यान आकर्षित कर रहा है। पानी भरे गिलास पर छननी लगा कर उल्टा करने पर पानी नहीं गिरता। लैटर इन्वर्सन को समझाने के लिए दो मिरर को एक विशिष्ट एंगल से जोड़ दिया गया है। यदि आप इसके सामने दाहिना कान पकड़ेंगे, तो कांच में आपको बायां कान पकड़े हुए दिखाई देता है।
देश भर से आए हैं रिसोर्स पर्सन रिसोर्स पर्सन के तौर पर देशभर के विज्ञान प्रसारक भी मेले में आए हैं। इनके द्वारा दी जा रही जानकारियां भी बच्चों को आकर्षित कर रही हैं। कोलकाता के कृष्णेन्दु चक्रवर्ती, पटना के मो. जावेद आलम, यूसुफ आलम, गणित को रोचक बनाने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त राजनारायण राजोरिया, इलाहाबाद के डॉ. ओ. पी. गुप्ता, होशंगाबाद के महेश बसेड़िया, मेरठ से अलीशा ढाका, गिरीश पिडाडी, संगीता पिडाडी मार्गदर्शन कर रहे हैं। अपूर्व विज्ञान मेला 1 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 11 से शाम 4 बजे तक राष्ट्रभाषा भवन परिसर (उत्तर अंबाझिरी मार्ग) में शुरू रहेगा। प्रवेश निःशुल्क है।
जरा सोचिए : जरा सोचिए श्रृंखला अंतर्गत एसोसिएशन द्वारा हाल ही में नया अभियान सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू किया गया है। इसमें हमारे आस-पास घटने वाली घटनाओं को ही एक प्रश्न और उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। पोस्टर के माध्यम से ये प्रश्नोत्तर प्रदर्शित किए गए हैं। प्रश्न इतने रोचक होते हैं कि इन्हें पढ़ते ही हम उत्तर खोजने लगते हैं।