नागपुर: जिचकार को कांग्रेस ने संगठन से बाहर किया, विभागीय सम्मेलन में हुआ था विवाद

  • मामले में जवाब से संतुष्ट नहीं हुई समिति
  • जिचकार को कांग्रेस ने संगठन से हटाया
  • जिचकार ने बताया नकारात्मक कार्रवाई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-07 10:19 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस के प्रदेश सचिव नरेंद्र जिचकार को अनुशासनहीनता के मामले में संगठन से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है। उनकी प्राथमिक सदस्यता भी रद्द कर दी गई है। पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व की अनुशासन कमेटी की इस कार्रवाई को लेकर जिचकार ने आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि वे कांग्रेस के प्रचार-प्रसार के कार्य में योगदान देते रहेंगे।

विभागीय सम्मेलन में हुआ था विवाद

12 अक्टूबर 2023 को महाकालकर सभागृह में कांग्रेस के विभागीय सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले व अन्य प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में विवाद हुआ था। शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे के विरोध में जिचकार कुछ बोलने का प्रयास कर रहे थे। वह माइक के पास पहुंचे तो विवाद बढ़ गया। ठाकरे व जिचकार के समर्थकों में धक्का-मुक्की हुई थी। ठाकरे ने कहा था कि जिचकार ने बिना अनुमति बोलने का प्रयास कर अनुशासनहीनता की। वहीं जिचकार ने आरोप लगाए कि ठाकरे के समर्थन में कुछ असामाजिक तत्वों ने मनमानी की। कांग्रेस के उदयपुर शिविर में पारित प्रस्ताव को शहर में लागू करने की मांग की जा रही थी। प्रस्ताव के अनुसार कांग्रेस में एक व्यक्ति एक पद ही होना चाहिए, लेकिन लंबे समय से यहां शहर अध्यक्ष पद पर एक ही व्यक्ति है। इस मामले को लेकर कांग्रेस की गुटबाजी चर्चा में आई थी।

जवाब से संतुष्ट नहीं हुई समिति

शहर कांग्रेस की ओर से प्रस्ताव तैयार कर जिचकार पर कार्रवाई करने का निवेदन किया गया था। वहीं जिचकार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को पत्र भेजकर अपनी बात रखी थी। इस बीच 18 अक्टूबर 2023 को पृथ्वीराज चव्हाण की अध्यक्षता में अनुशासन समिति ने जिचकार को नोटिस भेजकर 7 दिन में जवाब मांगा। 22 अक्टूबर को जिचकार ने जवाब भेजा, लेकिन अनुशासन समिति जवाब से संतुष्ट नहीं हो पाई। शनिवार को पार्टी की ओर से जिचकार को 6 साल के लिए संगठन से हटाने के संबंध में पत्र जारी किया गया।

नकारात्मक कार्रवाई

नरेंद्र जिचकार के मुताबिक मेरे विरोध में जान-बूझकर नकारात्मक कार्रवाई की गई है। 10 वर्ष में नागपुर में कांग्रेस संगठन को काफी नुकसान हुआ है। मैंने वरिष्ठ नेताओं को जानकारी देने का प्रयास किया, तो मेरे विरोध में कार्रवाई की गई। मैंने संगठन के लिए कार्य किया है। 19626 डिजिटल मेंबर बनवाने वाला राज्य में कदाचित मैं पहला पदाधिकारी रहा हूं। टेक्नो रैली, शिवशाही महोत्सव, गांधी जयंती के कार्यक्रम के अलावा अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से मैंने संगठन में योगदान दिया है। विवाद के संबंध में सीसीटीवी फुटेज जांचने के मेरे निवेदन पर विचार नहीं किया गया। लेकिन मैं पार्टी के लिए कार्य करता रहूंगा। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल रहूंगा। 15 जनवरी से नागपुर में जन आशीर्वाद यात्रा लेकर घर-घर जाने के अभियान में सहभागी रहूंगा। राष्ट्रीय कार्यकारिणी को वस्तु स्थिति से अवगत कराऊंगा।


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