सुविधा: मेयो, मेडिकल व डागा में केंद्र में अब तक 10,288 नवजातों का आधार पंजीयन

मेयो, मेडिकल व डागा में केंद्र में अब तक 10,288 नवजातों का आधार पंजीयन
  • आधार एट बर्थ योजना चलाई जा रही
  • योजना के शुरू हुए दो साल से अधिक समय हो चुका
  • ग्रामीण मुख्यालयों में स्थित अस्पतालों में भी सुविधा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकार के निर्देशानुसार जिले में ‘आधार एट बर्थ’ योजना चलाई जा रही है। योजना अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों का आधार कार्ड के लिए पंजीयन किया जा रहा है। जिले में नागपुर महानगर पालिका कार्यक्षेत्र अंतर्गत मेयो, मेडिकल व डागा अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। वहीं, ग्रामीण मुख्यालयों में स्थित अस्पतालों में भी सुविधा है। योजना के शुरू हुए दो साल से अधिक समय हो चुका है। अब तक 10,288 बालकों का आधार पंजीयन हो चुका है।

8 अक्टूबर 2022 को पहला पंजीयन : देश में हर काम के लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है। कार्ड बनाने के लिए कई बार समस्याएं आती हैं। बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिए माता-पिता को स्थानीय स्तर पर चक्कर काटने पड़ते हैं। ऐसी अनेक समस्याओं को देखते हुए नवजातों का अस्पतालों में ही आधार पंजीयन करने का निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत मेयो, मेडिकल व डागा समेत ग्रामीण क्षेत्रों के मुख्यालयों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिले में अप्रैल 2022 में यह योजना लागू हुई। योजना कार्यान्वित होने के बाद 8 अक्टूबर 2022 को नागपुर की उमरेड तहसील स्थित बेला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले नवजात बालिका का आधार पंजीयन किया गया। इसके लिए यूआईडीएआई की ओर से सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस सुविधा के तहत जन्म होते ही एक दिन के बालकों का आधार पंजीयन किया जा सकता है।

ऐसे पूरी होती है प्रक्रिया : जिले में शहरी विभाग के डागा अस्पताल, मेयो अस्पताल, मेडिकल में कुल 8403 आधार पंजीयन हो चुके हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 1885 मिलाकर कुल 10288 पंजीयन हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार पंजीयन के बाद एक-दो महीने में आधार कार्ड मिलने लगे हैं। बालकों का जन्म होते ही इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन द्वारा पोस्ट ऑफिस कार्यालय या उपलब्ध कर्मचारी को दी जाती है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा जन्म प्रमाणपत्र तैयार कर दिया जाता है। पोस्ट ऑफिस के माध्यम से बालक का जन्म प्रमाणपत्र व मां-बाप के आधार कार्ड नंबर समेत अन्य जरूरी प्रक्रिया पूरी की जाती है। जानकारी प्रमाणित होने के बाद पालकों के मोबाइल पर मैसेज आता है। पंजीयन सफल होने की रसीद बालक की मां को दी जाती है।


Created On :   2 July 2024 9:44 AM GMT

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