राहत: 1.50 लाख के स्थान पर मिलेगा 5 लाख का लाभ,जिले में 17 लाख को मिलेगी सुविधा

1.50 लाख के स्थान पर मिलेगा 5 लाख का लाभ,जिले में 17 लाख को मिलेगी सुविधा
  • 1356 बीमारियों में इस योजना का लाभ पा सकेंगे
  • स्वास्थ्य योजना में बड़े बदलाव से मिलेगी राहत
  • महात्मा ज्योतिराव फुले जनस्वास्थ्य योजना का लाभ उठा रहे लोग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मंत्रिमंडल की बैठक में स्वास्थ्य योजना को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत राज्यभर के सभी राशनकार्ड धारकों व अधिवास प्रमाणपत्र धारकों को स्वास्थ्य योजना का लाभ मिलनेवाला है। पहले महात्मा ज्योतिराव फुले जनस्वास्थ्य योजना अंतर्गत हरेक परिवार को 1.50 लाख रुपए तक निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मिलती थी। अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिए गए हैं। शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इसका निर्णय लिया गया। जिले में योजना का लाभ 17 लाख परिवार को मिलेगा। विविध प्रकार की 1356 बीमारियों में इस योजना का लाभ पा सकेंगे।

राज्यभर में 26 फरवरी 2019 की अधिसूचना अनुसार महात्मा ज्योतिराव फुले जनस्वास्थ्य योजना अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को 1.50 रुपए तक स्वास्थ्य सुविधा मिलती है। बाद मंे इस योजना काे आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना के साथ जाेडकर एकत्रित योजना चलाई जाने लगी। 1 जुलाई 2020 से दोनों योजनाओं काे एकसाथ चलाया जा रहा है। इसमें लाभार्थी को 1.50 लाख रुपए की स्वास्थ्य सुरक्षा दी जाती है। अब अब आयुष्मान भारत कार्ड बनाना अनिवार्य किया गया है। आयुष्मान भारत में पात्र लाभार्थी को 5 लाख रुपए तक स्वास्थ्य लाभ का प्रावधान है। लेकिन राज्य में इसे लागू नहीं किया गया। शुक्रवार को मंत्रिमंडल के निर्णय से आमजनों को बड़ी राहत मिली है। जिले में योजना का लाभ 17 लाख लाभार्थियों को मिलेगा।

जो लोग सरकारी राशन दुकानों से अनाज लेते हैं, ऐसे राशन कार्डधारकों इस योजना के लिए लाभार्थी माना जाएगा। उनके आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जाएंगे। जिले के 40 से अधिक अस्पतालों के माध्यम से 5 लाख तक उपचार सुविधा दी जाएगी। कार्ड बनाने के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के मुख्य स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य मित्र मदद करेंगे। केंद्र सरकार के निर्णयानुसार राज्य सरकार ने 28 जुलाई 2023 को अधिसूचना जारी कर दी थी, अब इस पर अमल होगा।

स्वास्थ्य मित्रों के माध्यम से बन रहे कार्ड : महात्मा ज्योतिराव फुले जनस्वास्थ्य योजना के लाभार्थी 2011 की जनगणना के आधार पर निश्चित किए गए थे। इनकी संख्या 8.81 लाख है। अब इनकी संख्या बढ़नेवाली है। जिले की राशन दुकानों से अनाज खरीदनेवाले कार्डधारकों को योजना के लाभार्थी के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। यह संख्या 17 लाख होनेवाली है। बीते अगस्त महीने से नये लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने की शुरुआत की गई है। अब तक करीब 1.50 लाख से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिले में 75 से अधिक स्वास्थ्य मित्रों के माध्यम से कार्ड बनाने के लिए अस्पतालों व शिविरों के माध्यम से काम किया जा रहा है। जिन अस्पतालों का योजना के लिए पंजीयन किया गया है, वहां आयुष्मान भारत कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए शहर व ग्रामीण के मुख्य स्वास्थ्य केंद्र में भी कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके लिए आधार कार्ड व आधार संलग्न मोबाइल क्रमांक जरूरी है।


Created On :   29 Jun 2024 11:30 AM GMT

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