खिलवाड़: फिट्जी टयूशन क्लासेस का स्कैम, लाखों की फीस अटकी, बंद हो रहे हैं सेंटर

फिट्जी टयूशन क्लासेस का स्कैम,  लाखों की फीस अटकी, बंद हो रहे हैं सेंटर
  • छात्रों का भविष्य लगा दांव पर
  • अभिभावक वेट एंड वॉच की भूमिका में
  • अभी तक भुगतान वापस नहीं मिला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेईई कोचिंग के नाम पर लाखों की फीस लेने के बाद भी नियमित क्लासेस ना लेने वाले देश के प्रतिष्ठित "फिट्जी' टयूशन क्लासेस का नया स्कैम सामने आया है। इस कोचिंग सेंटर ने देश के कई शहरों में अपने सेंटर्स बंद करने की खबर आ रही है। इस वजह नागपुर सेंटर में पढ़ रहे छात्र और अभिभावकों को चिंता बढ़ गई है।

फिट्जी नागपुर सेंटर के संचालक ने अभिभावकों को फीस की रकम वापस देने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक अभिभावकों को लाखों की फीस वापस नहीं मिली है। एक ओर इस सारे मसले में छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है वहीं दूसरी ओर अभिभावकों को वेट एंड वॉच की भूमिका में बने रहने के अलावा उनके हाथ में कुछ भी नहीं है। लॉ कॉलेज चौक स्थित "फिट्जी' टयूशन क्लॉसेस में पिछले दो महीनों से नियमित क्लासेस ना होने से रविवार 9 जून को "फिट्जी' की क्लास के सामने सैकड़ों की संख्या में अभिभावक व छात्र-छात्राओं ने जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया था। फिट्जी ने दो महीनों से क्लॉस में पढ़ाने वाले शिक्षकों को पेमेंट ही नहीं दिया था। इसलिए करीब 10 से 12 शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी। वहीं दूसरी ओर लाखों की फिस देने के बाद भी छात्रा नियमित ट्यूशन से वंचित रहना पड रहा है।

इसलिए यह आंदोलन करना पड़ा ऐसी जानकारी अभिभावक और छात्रों ने दी थी। आंदोलन के दौरान क्लासेसवालो ने अभिभावक और छात्रों को आश्वस्त करते नियमित क्लास शुरू करने के लिए 72 घंटों की मोहलत मांगी थी। लेकिन शिक्षक और कर्मचारियों के पेमेंट करने से लेकर नियमित क्लास शुरू करने तक का मसला एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी हल न होने की वजह से अब तक करिबन 40 से 50 छात्रों ने फिट्जी से क्लास छोड़ी है। लेकिन फीस के लाखों रुपए वापस ना मिलने से अभिभावक से लेकर छात्रों में चिंता बढ़ी है। अभिभावक बता रहे हैं कि, फीस के लाखों रुपए वापस मांगने जब वह फिट्जी में जा रहे तो क्लासेसवाले अपनी जम्मेदारी से हाथ झटकते हुए दिल्ली हेड ऑफिस का नाम आगे कर रहे हैं।

पीडीसी चेक देने का वादा : नागपुर सेंटर में जब अभिभावक लाखों की फीस वापस मांगने के लिए गए तब उन्हें फिट्जी के अधिकारियों ने बताया कि हम एक साथ सभी अभिभावकों को पैसा वापस नहीं दे सकते हैं। इसलिए उन्होंने 3 से 6 महीने तक पोस्ट डेटेड चेक (पीडीसी) लेने का वादा किया था। अभिभावकों ने बताया कि अभी तक फिट्जी की ओर से पैसा वापस नहीं मिला है।

दो तरफा नुकसान : जेईई की जनवरी 2025 में परीक्षा होने वाली है। ऐसे में नियमित क्लासेस ना होने से छात्रों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। इसलिए अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को फिट्जी से नाम निकालकर दूसरी क्लासेस में एडमिशन कर रहे हैं। वहां भी उन्हें लाखों की फीस जमा करनी पड़ रही है। इस तरहा से दो तरफा नुकसान अभिभावकों को सहना पड़ रहा है।

Created On :   29 Jun 2024 10:31 AM GMT

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