रिश्वतखोरी: रिश्वत के मामले में ग्रामसेवक, महिला सरपंच सहित 3 लोग गिरफ्तार
- आरोपियों में महिला सरपंच का पति भी शामिल
- होटल बनाने अनापत्ति प्रमाण-पत्र के लिए मांगी थी 70 हजार की रिश्वत
डिजिटल डेस्क, नागपुर. अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए रिश्वत लेने के आरोपी ग्रामसेवक, महिला सरपंच और उसके पति को एसीबी ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम दिलीप संतोषराव हेडाऊ (42) झिंगाबाई टाकली, आशा मदन राजूरकर (49) खापा और उसके पति मदन देवरावजी राजूरकर (58) खापा पाटण, कामठी नागपुर निवासी हैं। आरोप है कि शिकायतकर्ता महिला की गांव में जमीन है। वहां होटल का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए उसे अनापत्ति प्रमाण पत्र की जरूरत थी, लेकिन अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आरोपियों ने 70 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। अंतत: 35 हजार रुपए लेते पकड़े गए।
क्या है मामला
एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 39 वर्षीय शिकायतकर्ता महिला ने रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने एसीबी को बताया कि उसकी गांव में खसरा क्रमांक 60 ब पहन 01 में भूखंड क्रमांक एक व दो की टैक्स रसीद व इस जमीन पर होटल का निर्माणकार्य करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी। इसके लिए शिकायतकर्ता महिला ने खापा पाटण के ग्राम सेवक दिलीप हेडाऊ और सरपंच आशा राजूरकर से मुलाकात कर अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए बातचीत की। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन दोनों ने उससे अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए 70 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की।
पहले लिया 20 हजार रुपए
रिश्वत की मांग करने के बाद पहला हफ्ता 20 हजार रुपए स्वीकारा गया। इसके बाद काम के मुआवजे के रूप में 28 नवंबर को 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग आरोपी दिलीप हेडाऊ व महिला सरपंच आशा राजूरकर द्वारा की जाने लगी। अंत में बातचीत 35 हजार रुपए में तय हो गई। रिश्वतखोरी के इस प्रकरण में आशा का पति मदन राजूरकर भी शामिल हो गया। दिलीप हेडाऊ खापा के ग्रामसेवक पद पर था, आशा खापा पाटण की सरपंच पद पर थी। शिकायतकर्ता 35 हजार रुपए की रिश्वत देना नहीं चाहती थी, इसलिए एसीबी कार्यालय में गत 28 नवंबर को शिकायत की। एसीबी ने मामले की छानबीन की।
फिर 35 हजार रुपए लेते पकड़ाया
इस दौरान पता चला कि आरोपी 40 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। उनके बीच 35 हजार रुपए में बातचीत तय हो गई है। आशा के पति ने गत 1 दिसंबर को अपने घर खापा कामठी में आरोपी ग्राम सेवक दिलीप और सरपंच आशा के लिए 35 हजार रुपए की रिश्वत लेकर शिकायतकर्ता को बुलाया। इधर एसीबी ने तैयारी पूरी कर ली थी। आशा के पति को 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगेहाथ धरदबोचा। एसीबी ने उक्त तीनों आरोपियों को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ खापरखेडा थाने में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया गया है। एसीबी मामले की जांच कर रही है। एसीबी के अधीक्षक राहुल माकणीकर, अपर अधीक्षक सचिन कदम, अपर पुलिस अधीक्षक संजय पुरंदरे के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। एसीबी की पुलिस निरीक्षक वर्षा मते, आशीष चौधरी के नेतृत्व में एएसआई सुरेंद्र शिरसाट, हवलदार अनिल बहिरे, नायब सिपाही कांचन गुलबासे, पुलिस नायब अमोल मेंघरे, वंदना नगराले, चालक प्रिया नेवारे आदि ने कार्रवाई में सहयोग किया।