संजय राऊत बोले अजीत महाराष्ट्र की राजनीति के खिलाड़ी, परिवारवाद का ठप्पा न लगे इसलिए प्रफुल्ल को बनाया कार्याध्यक्ष
- अजीत महाराष्ट्र की राजनीति के खिलाड़ी
- परिवारवाद का ठप्पा न लगे
- प्रफुल्ल को बनाया कार्याध्यक्ष
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने सांसद सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्याध्यक्ष बनाया तो राजनीति भी शुरु हो गई। भाजपा ने इसे जहां परिवारवाद बताया। वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि सुप्रिया के साथ प्रफुल्ल पटेल को भी कार्याध्यक्ष बनाया गया, ताकि शरद पवार पर परिवारवाद का ठप्पा न लग सके।
संजय राऊत ने कहा कि तीन दिन पहले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर दो नियुक्तियां की। जो भाजपा और शिंद गुट के गले नहीं उतर रही है। राऊत ने कहा कि जिस तरह से दूसरी पार्टियों के संगठन में बदलाव किया जाता है, ऐसे ही शरद पवार ने भी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्याध्यक्ष बनाया। उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले को कार्याध्यक्ष इसलिए भी बनाया गया, क्योंकि उनकी दिलचस्पी राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में ज्यादा है, लेकिन सुप्रिया के साथ प्रफुल्ल पटेल को कार्याध्यक्ष बनाने के सवाल पर संजय राऊत ने कहा कि शरद पवार दरअसल परिवारवाद के आरोप से बचना चाह रहे होंगे, इसलिए उन्होंने सुप्रिया के साथ-साथ प्रफुल्ल पटेल को भी कार्याध्यक्ष बनाया।
इस तरह की खबरें भी मीडिया में आईं कि अजीत पवार को शरद पवार ने दरकिनार कर दिया। राऊत ने कहा कि मुझे लगता है कि अजित पवार महाराष्ट्र की राजनीति के खिलाड़ी हैं। उनका राज्य से बाहर जाने का कोई इरादा नहीं है। सुप्रिया को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपकर शरद ने संदेश देने की कोशिश की है कि राज्य में अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव उनकी देखरेख में ही लड़ा जाएगा।