मालेगांव: जल जीवन मिशन योजना के कार्य प्रलंबित, 101 में 14 कार्य ही हो सके पूर्ण
- जलजीवन मिशन योजना के अंतर्गत जलापूर्ति
- जलापूर्ति से सम्बंधित अनेक कार्य मालेगांव तहसील में मंजूर
डिजिटल डेस्क, मालेगांव. जलजीवन मिशन योजना के अंतर्गत जलापूर्ति से सम्बंधित अनेक कार्य मालेगांव तहसील में मंजूर हुए है। लेकिन ग्रीष्म का मौसम शुरु होने के बावजुद अब तक इन कार्यों में से 90 प्रतिशत कार्य अब भी अपूर्ण है।अपूर्ण कार्यों के कारण नागरिक जलापूर्ति सुविधा से वंचित रहने से जलजीवन मिशन योजना के अंतर्गत मंजूर कार्य तत्काल पूर्ण करना आवश्यक होने से सम्बंधित अधिकारियों को प्रलंबित कार्य तत्काल पूर्ण करना आवश्यक है। मालेगांव तहसील अति जल किल्लतग्रस्त है ओर तहसील के अनेक गांवों में ग्रीष्म मंे प्रतिवर्ष भीषण पेयजल टंचाई महसुस हाेता है ।
ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही शहरी क्षेत्र के पेयजल का प्रश्न तत्काल सुलझे ओर जलसंकट को ध्यान में रखते हुए शासन ने जल जीवन मिशन योजना अंमल में लाई । इस योजना के अंतर्गत मालेगांव तहसील में जलापूर्ति से सम्बंधित विविध कार्य किए जाने के बीच जल जीवन मिशन योजना से तहसील मंे पंचायत समिति स्तर पर अब तक 91 कार्य मंजूर हुए तो इसवर्ष न से 10 कार्य पुन: मंजूर हुए है । इस कारण तहसील में कुल 101 कार्य जलापूर्ति से सम्बंधित मंजूर हुए है ओर इनमें से मालेगांव तहसील के ब्राह्मणवाडा, धरमवाडी, ढोरखेडा, दुधाला, गुंज, ईरला, कवरदरी, किन्हीराजा, कुत्तरडोह, मुसलवाडी, पिंपलसेंडा, वाकलवाडी, वारंगी इन 14 ग्रामों में जलापूर्ति से सम्बंधित कार्य पुर्ण हो चुके है तो शेष लगभग 87 गांवों में कार्य आज भी अपूर्ण अवस्था में है । इनमें से 4 कार्यों को छोड़कर अन्य कुछ कार्य फिलहाल शुरु होने की बात समझ में आती है। जलापूर्ति के कार्य जलजीवन मिशन योजना के अंतर्गत किए जाने के दौरान यह कार्य ग्रीष्म में पूर्ण न होने से नागरिक जलापूर्ति सुविधा से वंचित रहेंगे ।
इस कारण तहसील में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत मंजूर रहनेवाले कार्य तत्काल शुरु करने ओर इसके लिए सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से इस ओर ध्यान देकर यह कार्य शीघ्र से शीघ्र कैसे पूर्ण किए जा सकेंगे, इससे सम्बंधित उचित कार्रवाई तत्काल करने ओर सम्बंधित ठेकेदार के मार्फत कार्य भी शीघ्र ही पूर्ण हो, इसके लिए भी प्रयास करना आवश्यक है, वैसी मांग भी ग्राम के नागरिकाें की ओर से की जा रही है । जलापूर्ति से सम्बंधित जलमिशन योजना के अंतर्गत शासन की ओर से करोड़ो रुपए की निधि खर्च की गई है मात्र इस ग्रीष्म में योजना का नागरिकों का लाभ नही मिलेंगा, यह निश्चित है ।