जबलपुर: जगह-जगह हवा में झूल रहे खंभे के एक ओर लगाए यूनिपोल

  • नागरिक सुरक्षा और नियमों को ताक पर रखकर दी अनुमति, मुंबई, इंदौर, पुणे और लखनऊ की घटनाओं के बाद भी नहीं चेत रहे अधिकारी
  • शहर की प्राइम लोकेशन में हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगाए जा रहे हैं, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है।
  • मध्यप्रदेश आउटडोर विज्ञापन नियम 2017 के प्रावधानों का भी उल्लंघन किया गया है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-16 10:52 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में जगह-जगह यूनिपोल हवा में झूल रहे हैं, जो आँधी-तूफान में गिरकर जानलेवा बन सकते हैं। दाे दिन पहले मुंबई के घाटकोपर में 60 किलोमीटर की रफ्तार से चली आँधी में यूनिपोल गिरने से 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी नागरिक सुरक्षा और नियमों को ताक पर रखकर नए यूनिपोल लगाने की अनुमति दी जा रही है।

नगर निगम के अधिकारी आम नागरिकों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी भी आँखें मूँदकर बैठे हुए हैं।जानकारों का कहना है कि यूनिपोल की स्ट्रक्चरल डिजाइन इस तरह से की जाती है, जो 100 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली आँधी को सहन कर सके।

इसके साथ ही पोल के सेंटर पर यूनिपोल को लगाया जाता है, ताकि आँधी-तूफान के दौरान यूनिपोल का संतुलन बना रहे। कमाई के लालच में शहर में जगह-जगह एक तरफ हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगाए जा रहे हैं, जो आँधी-तूफान में तबाही मचा सकते हैं।

हैरान करने वाली बात यह है कि शहर की प्राइम लोकेशन में हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगाए जा रहे हैं, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है।

शास्त्री ब्रिज पर 20 मीटर की दूरी पर हवा में लहरा रहे दो यूनिपोल

शहर के सबसे व्यस्ततम शास्त्री ब्रिज पर हवा में झूलते दो यूनिपोल लगा दिए गए हैं। यहाँ पर यूनिपोल की ऊँचाई 75 फीट से ज्यादा है। यहाँ लगे यूनिपोल मामूली आँधी में भी काँपने लगते हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने यहाँ पर नागरिक सुरक्षा को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है।

नियमों के अनुसार दो यूनिपोल के बीच कम से कम 50 मीटर का अंतर होना चाहिए। लेकिन यहाँ पर 20 मीटर की दूरी में दो यूनिपोल लगा दिए गए हैं, जो बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।

मानस भवन के समीप हवा में झूल रहा यूनिपोल

शहर के मध्य में स्थित मानस भवन के समीप हवा में झूलता हुआ यूनिपोल लगाया गया है। जानकारों का कहना है कि तेज आँधी-तूफान में इसका संतुलन कभी भी बिगड़ सकता है, जो सीधे सड़क के बीचों-बीच जाकर गिरेगा। इससे बड़े पैमाने पर जनहानि हो सकती है।

यहाँ पर मध्यप्रदेश आउटडोर विज्ञापन नियम 2017 के प्रावधानों का भी उल्लंघन किया गया है। नियमों के अनुसार फुटपाथ से 3 मीटर की दूरी पर यूनिपोल लगाया जाना चाहिए, यहाँ फुटपाथ पर ही यूनिपोल लगा दिया गया है।

भैंसासुर रोड पर सड़क के बीचों-बीच टाँग दिया

शहर को सदर से जोड़ने वाली भैंसासुर रोड पर नगर निगम ने सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर पर यूनिपोल लगा दिया है। इससे वाहन चालकों की दृश्यता प्रभावित हो रही है। यहाँ पर वाहन चालकों को सामने से आ रहे वाहन दिखाई ही नहीं देते। इससे दुर्घटना होने का खतरा बढ़ गया है।

आँधी-तूफान में यदि यूनिपोल आगे या पीछे गिरा तो दोनों ही स्थिति में सड़क पर ही गिरेगा। नियमों के अनुसार सड़क के बीचों-बीच यूनिपोल लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

कछपुरा ब्रिज में झूल रही मौत

कछपुरा ब्रिज में भी कुछ इस तरह यूनिपोल को लगाया है, जो आधा ब्रिज के ऊपर झूल रहा है। यहाँ पर लगे यूनिपोल की ऊँचाई 100 फीट से भी ज्यादा है। नागरिकों का कहना है कि कमाई के लालच में नगर निगम खतरनाक जगहों पर भी यूनिपोल लगाने की अनुमति दे रहा है।

इसके साथ ही यूनिपोल की वजह से दृश्यता भी प्रभावित हो रही है। वाहन चालक यूनिपोल पर लगे विज्ञापन को देखने के चक्कर में दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।

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