जबलपुर: नई रेलगाड़ियाँ चलाने, ट्रेनों के फेरे बढ़ाने के साथ शुरू की जाएँ कोरोना में बंद हुईं गाड़ियाँ
- पमरे में क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित
- रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की 21वीं बैठक मंगलवार को आयोजित की गई।
- स्टेशनों में ठहराव देने सहित अन्य यात्री सुविधाओं में विकास एवं उन्नयन के बारे में सुझाव दिए।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल के मुख्यालय द्वारा क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति की 21वीं बैठक मंगलवार को आयोजित की गई। अध्यक्षता महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय ने की।
समिति सदस्याें धीरज गुप्ता, निशांत विश्वकर्मा, सुनील आचार्य सहित अन्य ने अपने-अपने क्षेत्रों से संंबंधित महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने नई रेलगाड़ियाँ चलाने, रेलगाड़ियों के फेरे बढ़ाने, कोराेना काल में बंद हुईं ट्रेनों को पुन: शुरू करने व स्टेशनों में ठहराव देने सहित अन्य यात्री सुविधाओं में विकास एवं उन्नयन के बारे में सुझाव दिए।
बैठक में समिति सदस्य सुनील मिश्र ने कहा कि जबलपुर को उत्तर भारत से जोड़ने के लिए अमृतसर, हरिद्वार और हिमाचल के ऊना स्टेशन से सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। महाकोशल या नई दिल्ली ट्रेन को अमृतसर तक बढ़ाया जा सकता है।
जम्मू तवी ट्रेन को जालंधर कैंट से अमृतसर होकर पठानकोट ले जाने से राधास्वामी सत्संग व्यास और स्वर्ण मंदिर, वाघा बॉर्डर के यात्रियों को लाभ होगा। चंडीगढ़ के लिए भी जबलपुर से सीधी ट्रेन सेवा उपलब्ध हो।
इससे लुधियाना, अंबाला और चंडीगढ़ से व्यापार करने वाले व्यापारियों को भी आने-जाने में सुविधा होगी। इसी तरह पूना और रायपुर के लिए भी नियमित ट्रेन सेवा बढ़ाने की आवश्यकता है। वहीं बलदीप सिंह मैनी ने कहा कि लोकल ट्रेनों में यात्री सुविधाओं में सुधार होना चाहिए।
ये रहे उपस्थित- बैठक में रेलवे अधिकारी आरएस सक्सेना, पंकज शर्मा, सी वेणुगोपाल, ओम प्रकाश, अमरेंद्र कुमार, अरविंद कुमार िसंह, राहुल जयपुरियार सहित समिति सदस्य हरीश बारी, जगदीश सहिता, अनिल श्रीवास्तव, श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव व सांसद प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।