जबलपुर: शहर की कई व्यस्ततम सड़कों पर गड्ढे, हादसों का खतरा, महज बैरिकेड रखकर भूल गए जिम्मेदार
- मालवीय चौक, यातायात थाना रोड और घमापुर चौराहे के समीप हालात दयनीय, लग रहा जाम, कोई नहीं दे रहा ध्यान
- खतरनाक गड्ढों को जल्द भरा जाना चाहिए, ताकि नागरिक सुरक्षित आवागमन कर सकें।
- शहर के बीचों-बीच महाराष्ट्र हाईस्कूल के सामने स्मार्ट सिटी ने 10 दिन पहले गड्ढा खोदा था।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर की मालवीय चौक, महाराष्ट्र हाई स्कूल और घमापुर चौक जैसी व्यस्ततम सड़कों में खतरनाक गड्ढे हो गए हैं। हैरानी की बात तो ये है कि इन गड्ढों को पूरने या सुधारने की बजाय उनके आसपास बैरिकेड रखकर औपचारिकता पूरी कर दी गई है।
अब हालात ये हैं कि गड्ढों के कारण जहाँ जाम के हालात बन रहे हैं, वहीं हादसों का खतरा भी बढ़ गया है लेकिन नगर निगम, स्मार्ट सिटी और कैन्ट बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि खतरनाक गड्ढों को जल्द भरा जाना चाहिए, ताकि नागरिक सुरक्षित आवागमन कर सकें।
नागरिकों का कहना है कि जिला प्रशासन और नगर निगम का दायित्व नागरिकों के लिए सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करना है। सड़क पर जहाँ पर भी गड्ढे हों, उन्हें जल्द ही भरा जाना चाहिए, लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे।
इसके कारण शहर की प्राइम लोकेशन पर गड्ढे खुले हुए हैं। इसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
शहर के बीचों-बीच महाराष्ट्र हाईस्कूल के सामने स्मार्ट सिटी ने 10 दिन पहले गड्ढा खोदा था। गड्ढे के बाजू में स्टॉपर रखकर छोड़ दिया गया। स्टाॅपर के साथ ही यहाँ पर एक कचरे का डिब्बा रख दिया गया है।
गड्ढे के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है। वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं। इसके बाद भी गड्ढे को नहीं भरा जा रहा है। गड्ढे के कारण जाम की स्थिति भी आए दिन बन रही है।
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि स्मार्ट सिटी ने 24 घंटे पेयजल सप्लाई की लाइन डालने के लिए एक महीने पहले मालवीय चौक के किनारे गड्ढा खोदा था, लेकिन गड्ढे को अभी तक भरा नहीं गया। यहाँ पर दिन भर हैवी ट्रैफिक रहता है, इससे रोजाना वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इसके बाद भी गड्ढे को नहीं भरा जा रहा है।
घमापुर चौक : 6 माह से नहीं हो पाया गड्ढे का सुधार
शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में शुमार घमापुर चौक पर पिछले 6 महीने से गड्ढा है। यहाँ पर पेयजल लाइन के सुधार के लिए गड्ढा खोदा गया था। गड्ढा खोदने के बाद यहाँ पर मिट्टी भर दी गई। वाहनों की आवाजाही की वजह से बार-बार मिट्टी हट जाती है और यहाँ पर दोबारा फिर से मिट्टी भर दी जाती है। यह सिलसिला पिछले 6 महीने से चल रहा है, लेकिन अभी तक सड़क का रीस्टोरेशन नहीं किया गया।
जल्द भरे जाएँगे गड्ढे
शहर की सड़कों पर जहाँ पर भी गड्ढे हैं, संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जाएँगे कि जल्द ही गड्ढों को भरा जाए, ताकि आम नागरिक सुरक्षित तरीके से आवागमन कर सकें।
-अजय शर्मा (अधीक्षण यंत्री नगर निगम)