जबलपुर: पॉश एरिया सिविल लाइन की एयर क्वालिटी सबसे खराब
- मध्य हिस्से से लेकर अधारताल और रामपुर में भी बेहतर हालात लेकिन सिविल लाइन में धूल-अंधड़ बढ़ी
- शहर में अब चार अलग-अलग हिस्सों में वायु की गुणवत्ता का मापन किया जा रहा है।
- शहर देश के उन 28 शहरों में शामिल है, जहाँ की वायु गुणवत्ता बदतर दशा में है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में गर्मियों के इन दिनों में सिविल लाइन एरिया की वायु गुणवत्ता सबसे खराब है। इस हिस्से में एयर क्वाॅलिटी में पिछले कुछ दिनों में गिरावट आई है। हालात ऐसे हैं कि अधारताल एरिया में जहाँ पिछले कुछ समय से एक्यूआई यानी एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स ऊपर था उसमें गिरावट आई लेकिन सिविल लाइन एरिया का एक्यूआई बढ़ा है।
इस समय सिविल लाइन एरिया का एक्यूआई 268 है इसके मायने यही हैं कि फिलहाल क्वाॅलिटी खराब दशा में है। एक्यूआई जो सिविल लाइन एरिया में ऊपर जा रहा है उसकी वजह यह भी संभव है कि जो मौसम में बदलाव है उससे धूल अंधड़ जैसी स्थिति में वायु की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।
कारण चाहे जो भी हो लेकिन शहर का पाॅश एरिया इस वक्त शहर के और क्षेत्रों के मुकाबले खराब वायु गुणवत्ता का शिकार है।
कई सालों से पाॅल्यूशन कन्ट्रोल की कोशिश लेकिन रिजल्ट उतने बेहतर नहीं
चारों हिस्सों में एक्यूआई का मापन
शहर में अब चार अलग-अलग हिस्सों में वायु की गुणवत्ता का मापन किया जा रहा है। चारों हिस्सों में एयर क्वाॅलिटी का आँकड़ा सामने आने पर वायु की गुणवत्ता का मौलिक आँकड़ा तैयार किया जा सकता है।
गौरतलब है कि शहर देश के उन 28 शहरों में शामिल है, जहाँ की वायु गुणवत्ता बदतर दशा में है। विशेष तौर पर विंटर सीजन में यह ज्यादा खराब होती है इसके लिए हर साल नीति आयोग की सिफारिश पर शहर को 30 करोड़ रुपए का बजट दिया जा रहा है।
इस बजट से ही वायु की गुणवत्ता बेहतर करने हेतु कई तरह के सुधार किए जाने हैं। इसमें सड़कें बनाने से लेकर वाटिका बनाना, फुटपाथ बनाना व ट्रैफिक को ज्यादा स्मूथ बनाने जैसे उपाय करने हैं।