पितरों के तर्पण के लिए रेल सफर आसान नहीं, ट्रेनों में लगातार बढ़ रहा वेटिंग का आँकड़ा
जबलपुर से चलने वाली किसी भी ट्रेन में किसी भी श्रेणी में बर्थ उपलब्ध नहीं
डिजिटल डेस्क जबलपुर। पितरों के तर्पण करने के लिए गया जाने का सफर आसान नजर नहीं आ रहा है। जबलपुर से गया जाने के लिए निरंतर ट्रेन न होना सबसे बड़ी मुसीबत है। वर्तमान में मुंबई, चेन्नई, दीक्षा भूमि व कटनी से जाने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस ट्रेनें जबलपुर से होकर गुजरती हैं, जिनमें वेटिंग का आँकड़ा 80 से 100 के ऊपर हो गया है, इनमें तो टिकट पाना संभव नहीं हो रहा है। वहीं रेल प्रशासन द्वारा अभी तक स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे लोगों की चिंता और भी बढ़ गई है। हालात यह हैं कि पितृपक्ष पर जबलपुर से गया जाने वाली सभी यात्री गाडिय़ांँ लंबी वेटिंग लिस्ट से भर गई हैं। इस अवधि में जबलपुर से चलने वाली किसी भी ट्रेन में किसी भी श्रेणी में बर्थ उपलब्ध नहीं हैं।
मात्र चार ट्रेनें, वे भी खाली नहीं
वर्तमान में सप्ताह में जबलपुर से होकर गया जाने वाली चार ट्रेनें हैं। हालांकि ये सभी ट्रेनें जबलपुर से सीधी चलने वाली नहीं हैं। अन्यत्र स्टेशनों से आकर जबलपुर से होकर जाती हैं। इन ट्रेनों में भी हालात बद से बदतर हैं। किसी में वेटिंग का आँकड़ा 80 तो किसी में 90 से 100 तक पहुँच गया है, जिसके चलते आरक्षण काउंटर में रोजाना टिकट पाने वालों की भीड़ लग रही है। इस स्थिति को देखते हुए जनता इस बात की आस लगाए बैठी है कि रेल प्रशासन जल्द ही तीन फेरों में स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लेगा, ताकि लोगों को कुछ तो राहत मिलेगी।
बताया जाता है कि जबलपुर से गुजरने वाली मुंबई हावड़ा मेल, दीक्षा भूमि, चेन्नई गया सुपरफास्ट व कटनी से चलने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस के हालात ये हैं कि आने वाले दो माह तक वेटिंग ही चल रही है।
ट्रेन बदलने का जोखिम
पितृ तर्पण के लिए गया जाने वाले लोगों को अब जबलपुर से प्रयागराज जाकर ट्रेन बदलने की जोखिम भरी यात्रा का विकल्प चुनना पड़ सकता है या फिर सड़क मार्ग से यात्रा करने मजबूर होना पड़ेगा।