शहडोल: अस्पताल संचालन को लेकर प्रबंधन की कार्य कुशलता पर उठे सवाल
- सिविल सर्जन ने 4 दिन में ही बदल दिया स्वयं का जारी किया भ्रामक आदेश
- ऑपरेशन पूर्व मरीज एवं उनके सगे संबंधी परिजनों से शपथ पत्र लें
- अस्पताल के कुछ चिकित्सकों ने प्रबंधन कुशलता पर सवाल उठाए
डिजिटल डेस्क,शहडोल। जिला अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार ने स्वयं का जारी किया आदेश चार दिन में ही बदल दिया।
13 जनवरी को जारी आदेश में सिविल सर्जन ने अस्पताल के सभी सर्जिकल विशेषज्ञ,अस्थि रोग विशेषज्ञ व पीजीएमओ सर्जरी को कहा था कि ऑपरेशन पूर्व मरीज एवं उनके सगे संबंधी परिजनों से शपथ पत्र लें, जिसमें इस बात का उल्लेख हो कि संबंधित चिकित्सक को कोई पैसा नहीं दिया गया है।
आदेश का पालन नहीं करने वाले चिकित्सकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात भी कही गई। इस बीच आदेश के परिपालन में मरीजों की परेशानी बढ़ गई। ऑपरेशन से पहले उन्हे शपथ पत्र के लिए परेशान होना पड़ा तो सिविल सर्जन ने 17 जनवरी को आदेश जारी कर पूर्व के आदेश को भ्रामक बताते हुए निरस्त कर दिया।
इधर,आदेश निरस्त किए जाने के साथ ही अस्पताल के कुछ चिकित्सकों ने प्रबंधन कुशलता पर सवाल उठाए। कहा कि अंदाजा लगाया जा सकता है कि सैकड़ों मरीजों की क्षमता वाले जिला अस्पताल का संचालन किन हाथों में है।