जबलपुर: 21 आवेदनों में से हुआ 8 का तत्काल निराकरण
- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निधि आपके निकट शिविर में कार्मिकों की समस्याओं का हुआ समाधान
- शिविर में राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अधिकारियों ने भी उपस्थित होकर समस्याओं का समाधान किया।
- शिविर में कुल 21 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से आठ का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एमपी पाॅवर मैनेजमेंट कंपनी के मानव संसाधन व प्रशासन कार्यालय के तत्वावधान में मंगलवार को शक्ति भवन के केन्द्रीय ग्रंथालय में भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा निधि आपके निकट शिविर आयोजित किया गया।
शिविर में लगभग 80 पंजीकरण दर्ज किए गए। शिविर में राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अधिकारियों ने भी उपस्थित होकर समस्याओं का समाधान किया।
क्षेत्रीय आयुक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन राकेश सहरावत ने कहा कि इस शिविर को आयोजित करने का उद्देश्य विद्युत कंपनियों के भविष्य निधि लाभार्थियों के साथ पूर्व के कार्य प्रभारित कार्मिकों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करना है।
शिविर में कुल 21 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से आठ का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया और शेष 13 आवेदनों की पूर्ण जाँच करने के बाद इनका निराकरण किया जाएगा। पीएमसी के सीजीएम राजीव गुप्ता ने कार्यशाला में प्रारंभिक उद्दबोधन में कहा कि इस शिविर को आयोजित करने से विद्युत कंपनियों के आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ विद्युत कंपनियों में पूर्व में कार्य प्रभारित कार्मिकों के रूप में सेवा प्रारंभ करने वालों की शंकाओं का निवारण हुआ और उनको इससे लाभ मिला है।
इस दौरान पीएमसी के सीजीएम राजीव गुप्ता, भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त निधि-दो आशीष कुमार, राज्य कर्मचारी बीमा निगम की प्रबंधक सुपर्णा पौनीकर सहित आउटसोर्स कार्मिक, नियोजित ठेकेदारों के प्रतिनिध एवं भविष्य निधि लाभार्थी उपस्थित थे।
प्रत्येक माह की 27 तारीख को शिविर का आयोजन
शिविर का आयोजन प्रत्येक माह की 27 तारीख होता है। शिविर पेंशन की पात्रता, निर्धारण, गणना, अंतिम भुगतान, योजना प्रमाण पत्र, ई-नामांकन, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र एवं पेंशन से संबंधित अन्य मामलों पर केन्द्रित रहता है।
पेंशन की पात्रता एवं पेंशन गणना, पेंशन दावों का निपटान, योजना प्रमाण पत्र जारी किया जाना, पेंशनरों द्वारा ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा किया जाना, सदस्यों द्वारा ई-नामांकन किया जाना तथा पेंशन से संबंधित अन्य समस्याओं को शिविर के दौरान प्राथमिकता पर सुना जाता है और यथा संभव प्रत्येक मामले का त्वरित निराकरण करने का प्रयास किया जाता है।