जबलपुर: एम्बुलेंस में 600 से ज्यादा बच्चों का जन्म, हैरान कर रहा कारण

रियलिटी: जनवरी माह में हुए सबसे ज्यादा प्रसव, अब भी गर्भवती के बारे में उचित समय पर सूचना नहीं देते लोग

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-30 08:05 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व जागरूकता कार्यक्रमों के बाद भी एम्बुलेंस में डिलीवरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पूरे प्रदेश की बात करें तो बीते 1 साल में 600 से ज्यादा डिलीवरी 108 एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाते वक्त बीच रास्ते में रिकॉर्ड की गई हैं। आँकड़े बता रहे हैं कि प्रसव के पूर्व जागरूकता की कमी के चलते लोग समय गंवा देते हैं और देर से एम्बुलेंस बुलाते हैं। जिसके चलते अस्पताल पहुँचने से पहले ही एम्बुलेंस में प्रसव हो जाता है। 108 एम्बुलेंस सर्विस द्वारा जुटाए गए आँकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष सितंबर 2022 से इस वर्ष सितंबर 2023 तक 649 गर्भवती महिलाओं ने एम्बुलेंस में बच्चे काे जन्म दिया। सबसे ज्यादा 94 प्रसव जनवरी माह में हुए। जानकारों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथि एवं माह की जानकारी चिकित्सकों द्वारा दी जाती है, ताकि समय रहते एम्बुलेंस काे बुलाया जा सके और प्रसव अस्पताल में हो, इसके बाद भी जागरूकता की कमी के चलते ऐसे मामले सामने आते हैं।

बीते 1 साल में एम्बुलेंस में प्रसव के मामले

सितंबर - 2022 14

अक्टूबर - 2022 23

नवंबर - 2022 46

दिसंबर - 2022 64

जनवरी - 2023 94

फरवरी - 2023 58

मार्च - 2023 63

अप्रैल - 2023 44

मई - 2023 55

जून - 2023 46

जुलाई - 2023 49

अगस्त - 2023 45

सितंबर - 2023 48

कुल 649

जनवरी से सितंबर माह तक जबलपुर जिले में कुल 37 हजार 360 बार एम्बुलेंस प्रयोग अस्पताल पहुंचाने और फिर घर तक छोड़ने के लिए किया गया।

सबसे ज्यादा जबलपुर शहर में 9 हजार 434 और सबसे कम रांझी क्षेत्र में 171 बार एम्बुेंलस का इस्तेमाल गर्भवती एवं प्रसूताओं द्वारा किया गया।

जितनी जल्द हो सके आशा से करें संपर्क

सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि प्रसव पीड़ा शुरू होने अथवा वॉटर ब्रोक होने की स्थिति में जितनी जल्दी हो सके अपनी आशा कार्यकर्ता और 108 एम्बुलेंस को फोन करना चाहिए। नियमानुसार गर्भवती महिला के पास आशा का नंबर होना चाहिए, आशा को जानकारी देने के बाद आशा की जिम्मेदारी है कि वह एम्बुलेंस से संपर्क करे। देर होने पर एम्बुलेंस में प्रसव होने के चांस बढ़ जाते हैं, कुछ मामलों में एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम ज्यादा होने पर भी ऐसा होता है।

एम्बुलेंस में सारी सुविधाएँ

मप्र 108 एम्बुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह परिहार ने बताया कि 108 एम्बुलेंस पूरी तरह से तत्पर रहती है। हम लगातार गर्भवती और प्रसूताओं को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर तक भेजने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। किसी कारण से अगर एम्बुलेंस में प्रसव की स्थिति बनती है तो जरूरत के सभी उपकरण और स्टाफ की उपलब्धता रहती है।

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