Jabalpur News: Jabalpur News कई दिनों से बना रहा था जेल से भागने की योजना
जेल की डेडवाॅल को पार करने की कोशिश रही नाकाम
Jabalpur News। प्रदेश की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाले नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल की छोटी गोल में अाजीवन कारावास की सजा से दंडित कैदी एक दीवार फाँदकर दूसरे खंड में पहुँच गया और उसने वहाँ से जेल की डेडवाॅल फाँदने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहा और पकड़ा गया। इस घटना के बाद हरकत में आए जेल प्रशासन द्वारा बंदियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, वहीं कुछ बंदियों की बैरक बदली गई है।
ज्ञात हो कि जेल में बंद कैदी रमेश कोल उम्र 32 वर्ष निवासी कैमोर को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किए जाने के बाद उसे 22 मार्च 2015 को जबलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था। जेल में उसे पश्चिमी खंड के बैरक नंबर 9 में रखा गया था। गुरुवार की शाम लाॅकअप बंद करते समय वह गायब हो गया था। बैरक में एक कैदी कम होने की जानकारी लगने पर उसकी तलाश शुरू की गई थी। पूरी रात चली सर्चिंग के बाद शुक्रवार की सुबह जेल के अंदर 7-8 एकड़ में फैले आजाद हिंद खंड तालाब बगीचा के पास झाड़ियों छिपकर बैठे कैदी को पकड़ा गया था। इस मामले में जहाँ कैदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई, वहीं जेल में बंद निगरानीशुदा बदमाशों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
पहले भी एक कैदी ने किया था प्रयास
जानकारों का कहना है कि करीब दो दशक पूर्व भी एक कैदी ने जेल से भागने का प्रयास किया था। वह जेल की करीब 20 फीट ऊँची दीवार पर चढ़ गया था लेकिन वहाँ से कूद नहीं सका और दीवार के सहारे वह जेल गेट के पास पहुँचा था जिसे पकड़ लिया गया था।
दीवार पर मिले निशान
जानकारों के अनुसार छोटी गोल से फरार हुआ कैदी एक दीवार फाँदकर आजाद हिंद खंड के पास पहुँच गया था। वहाँ पर उसने जेल की डेडवाॅल को बाँस के सहारे पार करने की कोशिश की लेकिन बाँस टूट गया उसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और टूटे हुए बाँस को टायर से बाँधने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सका। जाँच के दौरान जेल की डेडवाॅल पर उसके पैर के निशान मिले हैं, वहीं पास ही टूटा हुआ बाँस व फटा हुआ टायर आदि सामान जब्त किया गया है।