Jabalpur news: Jabalpur news। माँ ने 40 साल पहले छोड़ा घर, बेटों को मिली लाश, छलक पड़े आँसू
शहपुरा डिण्डौरी निवासी वृद्धा रद््दी चौकी में रहकर कर रही थी मजदूरी, समाजसेवियों के सहयोग से हुआ अंतिम संस्कार
Jabalpur news। घर का मुखिया तो पुरुष होता है लेकिन घर की असली रौनक माँ से ही होती है। जब यही माँ अपनों को छोड़कर चली जाए तो पूरा परिवार बेनूर हो जाता है। ऐसा ही कुछ शहपुरा डिण्डौरी निवासी उन 2 बेटों के साथ भी हुआ। जिनकी माँ 40 साल पहले नाराज होकर उन्हें छोड़कर चली गई और लाख कोशिशों के बावजूद उसका कुछ पता नहीं चल सका। इसी बीच बुधवार को दोनों बेटों की मुलाकात हुई भी तो अपनी माँ की लाश से, जिसका समाजसेवियों के सहयोग से अंतिम संस्कार करवाया गया।
मजबूर होकर चली गई थी अपनों से दूर-
पुलिस की मानें तो 70 वर्षीय मृतका कम्मो बाई गोंड का विवाह ग्राम दरका खमरिया शहपुरा डिण्डौरी निवासी स्व. संपत सिंह के साथ करीब 50 वर्ष पूर्व हुअा था। शादी के बाद अक्सर कम्मो बाई बीमार रहा करती थी। इसलिए उसे अपमानित किया जाता था जिसके कारण कम्मो ने दो बच्चों को जन्म देने के कुछ िदनों बाद ही पति एवं दोनों बच्चों को छोड़कर घर को अलविद कह दिया।
पेट भरने के लिए करने लगी थी मजदूरी -
अपनों को छोड़कर कम्मो जबलपुर आ गई और वह रद्दी चौकी क्षेत्र में रहकर मजदूरी कर पेट भरने लगी। इसी बीच बीमार होने पर पड़ोसियों ने उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। जहाँ कम्मो की मौत होने पर मोक्ष मानव सेवा एवं जन उत्थान समिति के आशीष ठाकुर,प्रशांत, आकाश, नीरज, वीरू, सरजू, मोनू, रामलाल एवं पप्पू आदि ने मृतिका के बेटों मोहन लाल एवं सोहन लाल का पता लगाया और उन्हें मां की मौत की जानकारी दी। इसके बाद दोनों बेटे यहां पहंुचे और समाजसेवियों के सहयोग से उन्होंने चौहानी मुक्तिधाम में अपनी माँ कम्मो बाई का अंतिम संस्कार करवाया।